
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था. मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन से कुछ अंश निकाले जाने को लेकर शुक्रवार को राज्यसभा में हंगामा हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे लेकर सदन के बाहर भी हमला बोल दिया है.
मल्लिकार्जु खड़गे ने कहा है कि जिन मुद्दों पर हमें उत्तर चाहिए था, वो हमें मिला नहीं. उन्होंने कहा कि हर किसी को आजादी मिली हुई है. हमें भी नियमों के तहत आजादी मिलनी चाहिए. मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा की कार्यवाही से अपने संबोधन के कुछ अंश निकाले जाने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हमने वॉशिंग मशीन की बात की, हमने मौनी बाबा की बात की. 75 साल के बाद ये जो मित्रकाल की बात थी, उसे भी कार्यवाही से हटा दिया गया. हमने कोई भी असंसदीय बात नहीं कही.
उन्होंने ये भी कहा कि हम एक्सपंज के नियम 38 ए को लेकर भी सवाल करना चाहते थे लेकिन हमें मौका नहीं मिला. JPC शब्द भी निकाल दिया गया, ये गुनाह है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने पेज 48 पर कहा था कि मौनी बाबा की वजह से ये परिस्थिति आई है. पेज 54 पर कहा था कि आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं, क्या बोलना भी सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि इसे भी कार्यवाही से निकाल दिया गया. क्या ये भी असंसदीय है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नजदीकी दोस्त की दौलत, शायरी की सात लाइनें भी निकाल दीं. उन्होंने कहा कि सरकार से सवाल पूछना हमारा काम है. जनता के हक की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारी जेपीसी की मांग नहीं सुनी गई. उन्होंने ये भी कहा कि 14 साल में मेरा एक शब्द एक्सपंज नहीं हुआ, न तो लोकसभा और ना ही राज्यसभा से. खड़गे ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संसद के दोनों सदनों में सभापतियों पर अनर्गल दबाव डालकर सच छिपाने का, जेपीसी जांच की मांग को दबाने की साजिश की जा रही है.
क्या अडानी स्कैम की जांच नहीं होनी चाहिए
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि सवाल तो पूछे जाएंगे. संसद में भी और देश की जनता की संसद में भी. उन्होंने बयान जारी कर 10 सवाल पूछे हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया कि क्या अडानी स्कैम की जांच नहीं होनी चाहिए? क्या LIC का पैसा जो अडानी की कंपनियों में लगा है, उसकी गिरती कीमतों पर सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए?
उन्होंने ये सवाल भी किया है कि क्या SBI और दूसरे बैंकों की ओर से अडानी को दिए गए 82000 करोड़ लोन के बारे में सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए?क्या यह नहीं पूछना चाहिए कि अडानी के शेयर्स में 32 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के बावजूद LIC और SBI का 525 करोड़ अडानी FPO में क्यों लगवाया गया? मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया है कि क्या यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि LIC और SBI के शेयरों की कीमत शेयर बाजार में 1 लाख करोड़ से ज्यादा क्यों गिर गई?
क्या अडानी को मोदीजी ने दिलवाए ठेके?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने ये भी सवाल किया कि क्या यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि Tax Heavens से अडानी की कंपनियों में आने वाला हजारों करोड़ रुपया किसका है? उन्होंने कहा कि क्या मोदीजी ने अडानी के एजेंट के तौर पर श्रीलंका और बांग्लादेश में ठेके दिलवाए? किस-किस और मुल्क में जाकर प्रधानमंत्री ने अडानी की मदद की?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया है कि क्या यह सच है कि फ्रांस की Total Gas ने अडानी की कंपनी में होने वाले 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश पर जांच पूरी होने तक रोक लगा दी है? उन्होंने ये भी कहा कि क्या दुनिया के सबसे बड़े शेयर इन्वेस्टर Norway Sovereign Fund ने 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर कीमत के अडानी के अपने सारे शेयर बेच दिए हैं? खड़गे ने ये भी पूछा है कि क्या MSCI ने अडानी की कंपनियों की रैंकिंग गिरा दी है? क्या Standard Chartered, City Group, Credit Suisse ने अडानी के डॉलर बॉन्ड्स पर लोन देना बंद कर दिया है?
संसद में अडानी शब्द भी क्यों नहीं बोलने देती सरकार
उन्होंने ये भी पूछा है कि क्या Dow Jones ने अडानी की कंपनी को Sustainability Indices से हटा दिया है? तो फिर भी मोदी सरकार अडानी की जांच क्यों नहीं करवाती? मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया है कि क्या कारण है कि मोदीजी और पूरी सरकार संसद में अडानी शब्द भी नहीं बोलने देती?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने ये सवाल भी किए हैं कि क्या कारण है कि RBI, SEBI, ED, SFIO, Corporate Affairs Ministry, Income Tax, CBI, सबको लकवा मार गया है. ये सभी अडानी की जांच के नाम पर आंखें मूंदे बैठे हैं? उन्होंने कहा कि देश इन सवालों के जवाब मांग रहा है.