
राज्यसभा में अनिवार्य रक्षा सेवा विधेयक, 2021 पेश किया गया. इस दौरान बिल पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग की. इसके साथ ही खड़गे और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच संसद का गतिरोध खत्म करने को लेकर सफाई भी दी गई.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''ये कहा जा रहा है कि राजनाथ सिंह गतिरोध खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं और विपक्ष नहीं मान रहा है. ऐसा मीडिया में चल रहा है. मेरा नाम इसमें लिया गया है, इसलिए मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब राजनाथ जी ने मुझे कॉल किया, उन्होंने मुझे कहा कि जब मैं किर्गिस्तान से लौट आऊंगा, हम इसे (गतिरोध) सुलझाने की कोशिश करेंगे. तब से गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार....लेकिन कुछ नहीं हुआ.''
खड़गे ने कहा कि बाहर कहा जा रहा है कि विपक्ष सदन को बाधित कर रहा है और चर्चा नहीं चाहता है. हम चर्चा के लिए तैयार हैं, अभी चर्चा कीजिए. जिस चर्चा के लिए हम 14 दिन से तड़प रहे हैं, वो आप नहीं कर रहे हैं. खड़गे ने कहा कि सरकार विपक्ष पर आरोप लगाकर बचने का प्रयास कर रही है. खड़गे ने कहा कि सरकार को आगे आना चाहिए और पेगासस पर चर्चा करनी चाहिए.
राजनाथ सिंह ने दिया जवाब
मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया. राजनाथ ने कहा, ''मैंने नेता प्रतिपक्ष को ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया था. मैंने खड़गे जी को कहा था कि सदन चलने देना चाहिए और जो भी महत्वपूर्ण विषय हैं उन पर चर्चा की जानी चाहिए.''
गुरुवार को संसद में क्या हुआ
गुरुवार को भी संसद में हंगामा ही रहा. हंगामे और नारेबाजी के बीच राज्यसभा से अनिवार्य रक्षा सेवा विधेयक, 2021 पारित हो गया. ये विधेयक लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु क्वालिटी प्रबंध आयोग विधेयक, 2021 राज्यसभा से पास हो गया है.