
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार नया अध्यक्ष मिल गया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस रेस में अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार शशि थरूर को 6,825 वोट से मात दी. खड़गे को 7897 वोट मिले. वहीं, शशि थरूर के खाते में 1072 वोट आए. इसी के साथ कांग्रेस को 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला. इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे. कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए 6ठी बार चुनाव हुए हैं.
इस बीच मल्लिकार्जुन खड़गे की पुरानी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें कहा गया है पहले वह भी शशि थरूर जैसे कपड़े पहना करते थे. वहीं इस तस्वीरों पर कांग्रेस सांसद ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'जानें कहां गए वो दिन'. दरअसल, एक पत्रकार ने खड़गे की दो पुरानी तस्वीरें ट्वीट कीं.
तस्वीरों के साथ में उन्होंने लिखा, "एक समय था जब मल्लिकार्जुन खड़गे शशि थरूर जैसे कपड़े पहना करते थे. ये पुरानी तस्वीरें मिस्टर खड़गे को समर्पित."
उधर, इस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने लिखा, "जाने कहां गए वो दिन." इसके बाद उन्होंने खड़गे के लिए और भी ट्वीट किए.
जयराम रमेश ने लिखा, " मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी राजनीति में 50 साल पूरे किए हैं. उन्होंने एक जनप्रतिनिधि के रूप में और राज्य तथा केंद्र में मंत्री के रूप में विशिष्टता हासिल की है. वह नेहरू, अंबेडकर, इंदिरा गांधी और देवराज उर्स से प्रेरित सामाजिक सशक्तिकरण के प्रतीक हैं.
जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में खड़गे की जीत उन ताकतों की जीत है जो वैचारिक प्रतिबद्धता को व्यक्तिगत महत्व से ऊपर रखते हैं. खड़गे लाइमलाइट में रहने की बजाए हमेशा कांग्रेस पार्टी के हितों के लिए आत्म-प्रभावी ढंग से काम करने वाले संगठन के सबसे उत्कृष्ट व्यक्ति रहे हैं. उन्हें सभी कांग्रेसियों की शुभकामनाएं."
अध्यक्ष बनते ही खड़गे ने बीजेपी पर बोला हमला
कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने के बाद मल्लिकाजुर्न खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर करारा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा- मेरा मानना है कि देश को एक तानाशाह की सनक की भेंट नहीं चढ़ाया जा सकता. हमें एकजुट होकर फासिस्ट और विनाशकारी ताकतों से लड़ना है, हमें देश के लोकतंत्र को खत्म करने वालों के खिलाफ लड़ना है. आज लोकतंत्र खतरे में है, संविधान पर हमला बोला जा रहा है, हर संस्था को तहस-नहस किया जा रहा है. उन्होंने ओगे कहा कि दिल्ली की सत्ता पर बैठे हुक्मरान बातें तो बहुत करते हैं लेकिन काम कुछ नहीं करते. असलियत में उनके चरित्र को चार शब्दों में बताया जा सकता है - खोखला चना, बाजे घना.
कौन हैं मल्लिकार्जुन खड़गे?
मल्लिकार्जुन खड़गे दलित नेता हैं. वे कर्नाटक के रहने वाले हैं. वे कर्नाटक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. खड़गे 8 बार विधायक, दो बार लोकसभा सांसद एक बार राज्यसभा सांसद रहे हैं. वे सिर्फ 2019 में लोकसभा चुनाव हारे. वे यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र संघ के नेता के रूप में की थी. उन्हें सरकारी कॉलेज गुलबर्ग में छात्रसंघ के महासचिव के रूप में चुना गया था. इसके बाद 1969 में वह एमएसके मिल्स कर्मचारी संघ के कानूनी सलाहकार बने थे. इसके बाद वह 1969 में कांग्रेस में शामिल हो गए.