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PM मोदी के सामने ये मुद्दे उठाएंगी ममता बनर्जी, मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी होंगी शामिल

पश्चिम बंगाल में टीएमसी के खिलाफ बीजेपी के समर्थक मोर्चा खोले हुए हैं. बीजेपी और टीएमसी के बीच सूबे में जारी सियासी जंग के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी.

ममता बनर्जी और पीएम मोदी (फाइल फोटो) ममता बनर्जी और पीएम मोदी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:52 AM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मोर्चा खोल रखा है. ममता बनर्जी की पार्टी के एक नेता की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गई एक टिप्पणी से आक्रोशित बीजेपी के नेता आंदोलन का ऐलान कर चुके हैं. वहीं अब खबर ये है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाली हैं.

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जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये मुलाकात 5 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होगी. दरअसल, भारत को जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 की मेजबानी मिली है. इसे लेकर पीएम मोदी ने 5 दिसंबर को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्रियों की इस बैठक के लिए ममता बनर्जी के कार्यालय को भी न्यौता मिला है.

प्रधानमंत्री की ओर से बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए ममता बनर्जी दिल्ली जाएंगी. अब कहा ये जा रहा है कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्रियों की बैठक से अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी. ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली बैठक में राज्य की बकाया राशि और बाढ़, कटान जैसे मुद्दे उठा सकती हैं.

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही कई अन्य राज्यों की ओर से ये कहा गया था कि केंद्र सरकार फंड जारी करने में देर कर रही है जिसकी वजह से विकास योजनाएं शुरू करने में समस्या हो रही है. ममता बनर्जी ने ये दावा किया था कि 31 जुलाई 2022 तक ही केंद्र पर पश्चिम बंगाल सरकार के करोड़ों रुपये बकाया हैं.

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ममता बनर्जी पीएम मोदी के साथ बैठक में फरक्का बैराज और उसके आसपास के इलाकों में गंगा नदी की कटान का मुद्दा भी उठा सकती हैं. ममता बनर्जी ने इसे लेकर पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था और ये मांग की थी कि संबंधित मंत्रालय विस्तृत अध्ययन कर एकीकृत योजना तैयार करे. सीएम ममता ने नदिया, मालदा, मुर्शिदाबाद में गंगा नदी के किनारे कटान को लेकर चिंता व्यक्त की थी.

 

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