
केंद्र सरकार एक कानून के जरिए दिल्ली के उपराज्यपाल की शक्ति बढाने जा रही है. इसको लेकर अब चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल तक में विरोध देखने को मिल रहा है. चुनाव प्रचार की हलचल के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली शासन एक्ट संशोधन बिल के खिलाफ लड़ाई में अपना समर्थन देने का ऐलान किया है. ममता बनर्जी ने दिल्ली शासन एक्ट संशोधन बिल को भारतीय गणतंत्र के संघीय ढांचे पर सर्जिकल स्ट्राइक बताया है.
ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल को खत में लिखा है कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से मिली हार पचा नहीं पा रहे हैं. वो दिल्ली में प्रॉक्सी सरकार चलाना चाहते हैं, यही इस बिल को लाने का असल उद्देश्य है."
ममता बनर्जी ने आगे लिखा है "मैं पूरी तरह से विश्वास रखती हूं कि अब एकजुट होकर प्रभावी तरीके से लोकतंत्र और संविधान पर बीजेपी के हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ने का समय आ गया है. मैं खासकर राज्य सरकारों की शक्तियों को कम करके उन्हें महज नगर निगम के स्तर तक सीमित कर देने की बीजेपी की योजना के खिलाफ हूं. मैं देश भर में सभी गैर-बीजेपी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आपको समर्थन देने की अपील करूंगी."
पत्र में ममता बनर्जी ने पूरे मामले में अरविंद केजरीवाल के संघर्ष को अपना समर्थन देते हुए लिखा है "आपका संघर्ष मेरा संघर्ष है. मैं और मेरी पार्टी तृणमूल कांग्रेस, केंद्र सरकार के दिल्ली के मुख्यमंत्री की शक्तियां कम करके उसे उपराज्यपाल के अधीन लाने वाले चालाकी से भरे, अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कदम के खिलाफ आपके और आपके सैद्धांतिक विपक्ष के साथ एकजुटता से खड़े हैं.
पत्र में आगे लिखा है कि "बीजेपी के इस कदम से मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं जो दिल्ली के मुख्यमंत्री की न्यायसंगत शक्तियों को कम करके उसे उपराज्यपाल के अधीन लाना चाहती है, जिसे केंद्र द्वारा नियुक्त किया गया है. दिल्ली में बीजेपी जो करने की कोशिश कर रही है वो कोई अपवाद नहीं है. गैर-बीजेपी शासित राज्यों में केंद्र सरकार राज्यपाल के दफ्तर का दुरुपयोग करके उस राज्य की चुनी हुई सरकार के लिये दिक्कतें पैदा करती है."
पत्र के अंत मे ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल से पश्चिम बंगाल में चुनाव की व्यस्तता का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते मैं कैम्पेनिंग और अन्य प्रतिबद्धताओं से बंधी हूं, वरना समर्थन और एकजुटता दिखाने दिल्ली आती."