
मोदी सरकार का आज शाम 7.15 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. इससे पहले अमित शाह के आवास पर बड़ी बैठक बुलाई गई. इस अहम बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही बीएल संतोष भी शामिल हुए. बैठक में कैबिनेट मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चा हुई. इससे पहले शनिवार शाम को नरेंद्र मोदी से भी अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष ने मुलाक़ात की थीं और कैबिनेट मंत्रियों के नामों पर चर्चा कर की थी.
अमित शाह के घर मीटिंग से पहले 7 जून को जेपी नड्डा के घर करीब 4 घंटे तक एनडीए नेताओं की मैराथन मीटिंग हुई थी. जानकारी के मुताबिक इस दौरान सबसे पूछा गया कि आपको कितने मंत्री पद चाहिए और कौन से विभाग चाहिए. इसके बाद कहा गया कि हम आपको इस बारे में इन्फॉर्म करेंगे. बताया जा रहा है कि नड्डा के घर हुई मीटिंग में जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें कृषि मंत्रालय चाहिए. ये भी कहा जा रहा है कि चंद्रबाबू नायडू चाहते हैं कि उन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े मंत्रालय उन्हें दिए जाएं.
बीजेपी ने सहयोगी दलों की इच्छा पूछी
उधर, नीतीश कुमार की ओऱ से कहा गया था कि उन्हें कैबिनेट में तीन बर्थ चाहिए, हालांकि कौन से मंत्रालय होंगे, इसे लेकर वह पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. जयंत चौधरी और जीतनराम मांझी को भी बुलाया गया था, और उनकी इच्छा भी पूछी गई. ऐसे में भाजपा के सामने समस्या ये है कि उसने इतनी कैबिनेट बर्थ अपने सहयोगियों को दी तो बीजेपी के जो सांसद इस चुनाव में निर्वाचित हुए हैं उन्हें कैसे एडजस्ट किया जाएगा.
NDA के घटक दलों से चर्चा कर रहे बीजेपी के दिग्गज नेता
बता दें कि मोदी सरकार 3.0 में NDA के विभिन्न घटकों की हिस्सेदारी को लेकर बीजेपी नेतृत्व और उसके सहयोगियों के बीच गहन बातचीत जारी है. भाजपा के वरिष्ठ नेता जैसे अमित शाह और राजनाथ सिंह के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार तेलुगू देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू के नीतीश कुमार और शिवसेना के एकनाथ शिंदे समेत अन्य सहयोगियों से बातचीत कर रहे हैं. माना जा रहा है कि शिक्षा और संस्कृति के अलावा गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे अहम मंत्रालय भाजपा के पास रहेंगे, जबकि उसके सहयोगियों को 5 से 8 कैबिनेट मिल सकते हैं. इसके साथ ही जहां अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं का नए मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है, तो वहीं लोकसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जैसे शिवराज सिंह चौहान, बसवराज बोम्मई, मनोहर लाल खट्टर और सर्बानंद सोनोवाल सरकार में शामिल होने के प्रबल दावेदार हैं.
जेडीयू-बीजेपी के बीच मंत्रिमंडल का फॉर्मूला तैयार
जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार में मंत्रिमंडल फॉर्मूले की तर्ज़ पर केंद्र में मंत्री बनाए जाएंगे, यानी जितने सांसद बीजेपी के मंत्री बनेंगे, उतने ही सांसद जदयू के मंत्री बनेंगे. जेडीयू और बीजेपी के अलग-अलग जातीय समीकरण के हिसाब से मंत्री बनेंगे. उदाहरण के तौर पर अगर बीजेपी कोटे से किसी यादव को मंत्री बनाया जाएगा, तो जेडीयू से यादव जाति का मंत्री नहीं बनाया जाएगा. हालांकि जेडीयू चाहता है कि बिहार से जेडीयू और बीजेपी के कोटे को 4-4 किया जाए. एलजेपी और HAM को 1-1 मंत्री पद मिलेगा.