
कांग्रेस के सांसदों का कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन जारी है. राज्यसभा में हंगामा करने का मामला अभी थमा नहीं था कि अब कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा में भी प्रदर्शन किया. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सोमवार को जब लोकसभा में बयान दे रहे थे तो पंजाब कांग्रेस के चार सांसदों ने पेपर को फाड़ दिया. उन्होंने नारेबाजी भी की और सदन से वॉकआउट कर गए.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में MSP बढ़ाने की घोषणा की. तोमर ने कहा कि इस कदम से हम स्पष्ट संदेश भेजना चाहते हैं कि सरकार द्वारा एमएसपी को हटाया नहीं गया है. वहीं 6 रबी फसलों पर एमएसपी बढ़ाया गया है. इनमें गेंहू में 50 रुपये, चना में 225 रुपये, मसूर में 300 रुपये, सरसों में 225 रुपये, जौ में 75 रुपये और कुसुम में 112 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है.
नरेंद्र सिंह तोमर जब बयान दे रहे थे उस दौरान कांग्रेस के सांसद सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. वहीं, पंजाब कांग्रेस के चार सांसदों ने संसद भवन में मोमबत्ती जलाकर भी किसान बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपति के पास जाएंगे.
राज्यसभा में फाड़ी गई थी रूल बुक
इससे पहले राज्यसभा में कृषि बिल के पास होने के दौरान विपक्ष के सांसदों ने खूब हंगामा हुआ था. सांसदों ने आसन के सामने लगे माइक को तोड़ दिया. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने रूल बुक को फाड़ दिया. इसके अलावा बिल की कॉपी को भी फाड़ दिया गया था. सांसदों की इस हरकत से सभापति एम वेंकैया नायडू नाराज दिखे. उन्होंने इसे राज्यसभा के लिए सबसे खराब दिन बताया. उन्होंने कहा कि मैं घटना से बेहद दुखी हूं. सभापति ने सोमवार को 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया.
कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन
उधर, निलंबित सांसद कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. सांसद संसद परिसर में धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि जब तक निलंबन वापस नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा.
सरकार का पलटवार
इस पूरी घटना पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने पहले कभी ऐसी हरकत नहीं देखी. नियम 256 के खंड तीन में किसी सदस्य को निलंबित करने को लेकर कहा गया है. सांसद को नियमों के अनुसार सदन से बाहर जाना होगा. उन्होंने कहा कि वे मर्यादा के नियमों का पालन नहीं करते और वे लोकतंत्र की बात करते हैं. राज्यसभा में हमारे पास स्पष्ट बहुमत था. 110 सांसद हमारे साथ थे. वहीं 72 विरोध में थे.
ये भी पढ़ें