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मॉनसूत्र सत्र के दौरान दोनों सदनों में अब तक हंगामा ही देखा गया है. गुरुवार को नौबत यहां तक आ गई कि टीएमसी सांसदों ने संचार मंत्री के हाथ से बयान की कॉपी छीनकर फाड़ दी.
राज्यसभा में संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव जब पेगासस जासूसी कांड पर बयान देने के लिए खड़े हुए तो उनके हाथ से स्टेटमेंट का पेपर छीनकर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने फाड़कर उपसभापति की तरफ उछाल दिया.
इसके बाद बीजेपी सांसद आगे बढ़े और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नाराजगी जाहिर की. इस घटनाक्रम के बाद सदन को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. इस घटना पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि अगर किसी ने कॉपी छीना है तो वो गलत है, जब ये घटनाक्रम चला तब मैं यहां नहीं था. मैं देर से पहुंचा था.
बवाल से पहले क्या बोले संचार मंत्री?
इस बवाल से पहले राज्यसभा में पेगासस जासूसी कांड पर संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सभी संबंधित पक्षों ने पहले ही जारी रिपोर्ट का खंडन कर दिया है. मैं सभी सदस्यों से विस्तृत रिपोर्ट पढ़ने का अनुरोध करता हूं.
लोकसभा में क्या था?
वहीं, लोकसभा में संचार मंत्री ने पेगासस को लेकर आई रिपोर्ट को गलत बताया था. उन्होंने कहा था कि डेटा का जासूसी से कोई संबंध नहीं है. जो रिपोर्ट पेश की गई है, उसके तथ्य गुमराह करने वाले हैं. इस आरोप का कोई आधार नहीं है. इस तरह के आरोप पहले भी लगाए जा चुके हैं. एनएसओ इस तरह के आरोप को पहले भी खारिज कर चुका है.
उन्होंने कहा था कि यह रिपोर्ट केवल सनसनीखेज है. इसके अलावा इसमें कोई दम नहीं है. भारत में इस तरह इंटरसेप्ट करने के लिए स्पष्ट प्रक्रिया है. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि Pegasus सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से भारत में कई पत्रकारों, नेताओं और अन्य लोगों के फोन हैक किए गए थे.