
नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने मंगलवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनके इस्तीफे पर एक ओर पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में एक बार फिर से घमासान शुरू हो गया है तो दूसरी ओर बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है.
बीजेपी के महासचिव तरुण चुग (Tarun Chuge) ने कहा कि उन्हें दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया. तरुण चुग ने कहा, 'सिद्धू को एक दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है वो अपने आपको सुपर सीएम मानते थे. वो अपने लोगों को बड़े-बड़े पदों पर लाना चाहते थे और जब उनकी सिफारिशों को नहीं माना गया तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया.' उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि सिद्धू एक स्थिर सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं.
तरुण चुग यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है और वहां कांग्रेस ने मजाक बना रखा है. उन्होंने सिद्धू पर बड़ा हमला करते हुए कहा, 'कांग्रेस ने पंजाब एक कॉमडी सर्कस करने वाले के हाथ में दे दिया है. जो कहते हैं बाजवा उनका भाई है और इमरान खान उनका दोस्त है. पाकिस्तान पंजाब और कश्मीर में आतंकी भेजता है. कोई भी पाकिस्तानी हमारा भाई नहीं हो सकता.'
अमित मालवीय ने पूछा सवाल
सिद्धू के इस्तीफे को लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर सवाल पूछा है. उन्होंने ट्वीट कर एक पोल चलाया है जिसमें पूछा है कि सिद्धू के इस्तीफे ने सबसे ज्यादा शर्मिंदा किसे किया है? उन्होंने ट्वीट किया, 'कैप्टन अमरिंदर सिंह की आपत्ति के बावजूद सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया और 72 दिन बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. ऐसा करके उन्होंने किसे सबसे ज्यादा शर्मिंदा किया है?'
जुलाई में ही सिद्धू बने थे पीसीसी अध्यक्ष
सिद्धू को इसी साल जुलाई में पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी. पार्टी हाईकमान ने तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ जाते हुए सिद्धू पर भरोसा जताया था लेकिन दो महीने में ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया.