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पार्टी, पदयात्रा और नीतीश पर प्रहार...प्रशांत किशोर के फ्यूचर प्लान की 10 बड़ी बातें

प्रशांत किशोर की कांग्रेस के साथ बात न बन पाने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वे जल्द ही नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. लेकिन गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि वे अभी पार्टी बनाने नहीं जा रहे हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर ने अपने नए अभियान की भी जानकारी दी.

प्रशांत किशोर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी नई भूमिका के बारे में जानकारी दी प्रशांत किशोर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी नई भूमिका के बारे में जानकारी दी
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 05 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST
  • प्रशांत किशोर बोले- जरूरत पड़ने पर करेंगे पार्टी का ऐलान
  • पीके ने कहा- अभी चुनाव लड़ने को लेकर कोई प्लान नहीं

 चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि वे अभी पार्टी बनाने नहीं जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने ये भी संकेत दिए कि वे भविष्य में जरूरत पड़ने पर नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. प्रशांत किशोर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वे बिहार में लोगों के मुद्दों को समझने के लिए 3000 किमी की यात्रा करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा, वे बिहार में करीब 17000 ऐसे लोगों से मिलेंगे, जिनमें बिहार की समस्याओं को सुलझाने की क्षमता है और बिहार को बदलने का जज्बा है. इस दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. आईए जानते हैं प्रशांत किशोर के फ्यूचर प्लान की 10 बड़ी बातें...

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1- अभी पार्टी का ऐलान नहीं

प्रशांत किशोर की कांग्रेस के साथ बात न बन पाने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वे जल्द ही नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. उन्होंने ट्वीट में भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए थे. लेकिन प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि वे अभी पार्टी बनाने नहीं जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने कहा, अभी उनका फोकस बिहार के समाजिक और राजनीतिक जीवन से जुड़े लोगों से मिलने का है. उन्हें एक साथ लाने का प्रयास करेंगे. 

2- 17-18 हजार लोगों से मिलेंगे

प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने बिहार में 17-18 हजार ऐसे लोगों की पहचान की है, जो समाजिक और राजनीतिक जीवन से जुड़े हैं. किशोर ने कहा, वे आने वाले समय में ऐसे लोगों से मुलाकात करेंगे. इन लोगों से मिलने के लिए वे घर घर जाएंगे. इन्हें जन सुराज की कल्पना के बारे में जानकारी देंगे और इससे उन्हें जोड़ने का प्रयास करेंगे. साथ ही इन लोगों के विचारों को सुनेंगे और उनकी अवधारणा को जन सुराज में लागू करने का प्रयास करेंगे. 

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3- बाद में पार्टी का कर सकते हैं ऐलान

प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया कि वे अभी पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे. लेकिन जरूरत पड़ने पर वे राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं. प्रशांत किशोर ने कहा, मैं जब लोगों से मिलूंगा. अगर वे लोग साथ आते हैं और हमें लगता है कि राजनीतिक पार्टी की जरूरत है. तो हम पार्टी का ऐलान करेंगे. पीके ने कहा, लेकिन ये पार्टी प्रशांत किशोर की नहीं होगी, ये सबकी पार्टी होगी. 

4- पीके ने नई सोच का किया जिक्र

पीके ने कहा,  30 साल के लालू और नीतीश के राज के बाद भी बिहार देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य है. विकास के कई मानकों पर बिहार आज भी देश के सबसे निचले पायदान पर है. बिहार अगर आने वाले समय में अग्रणी राज्यों की सूची में आना चाहता है तो इसके लिए नई सोच और नए प्रयास की जरूरत है.

5- 3 हजार किमी की पदयात्रा करेंगे

प्रशांत किशोर ने कहा, वे बिहार में पदयात्रा करेंगे. उन्होंने कहा, बिहार के गली-मोहल्ले तक पहुंचना है, लोगों को जन-सुराज की परिकल्पना के बारे में बताना है, उनकी समस्याओं को सुनना है. इसके लिए 2 अक्टूबर से वे खुद पश्चिमी चंपारण के गांधी आश्रम से 3 हजार किलोमीटर की पदयात्रा करूंगा. 

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6- चुनाव को लेकर कोई योजना नहीं

बिहार में फिलहाल कोई चुनाव नहीं है और और मेरे मन में चुनाव को लेकर कोई परिकल्पना नहीं है. चुनाव लड़ने का अगर मेरा लक्ष्य होता तो चुनाव से 6 महीने पहले में पार्टी बनाकर चुनाव लड़ सकता हूं. 

7- सीएम नीतीश पर बोला हमला 

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के रहते बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त और नष्ट है. पीके बोले कि नीतीश कुमार के साथ व्यक्तिगत तौर पर मेरे बहुत अच्छे संबंध है, मगर हर मुद्दे पर मैं उनसे सहमत नहीं हूं.

8- बिहार सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य

पीके ने कहा, आज बिहार देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य है. ये झुठलाया नहीं जा सकता. बिहार आज विकास के निचले पायदान पर है. अगर हम 10-15 साल के पिछले रास्ते को देखें, जिससे होकर हम आए हैं, तो आने वाले 10-15 साल में इस रास्ते पर चलकर बिहार का विकास नहीं हो सकता. न ही इन रास्तों से बिहार को अग्रणी राज्य की श्रेणी में लाया जा सकता है. इसके लिए नई सोच और नए प्रयास की जरूरत है. 

9- बिहार की जनता से मांगा मौका 

पीके ने कहा, जो पिछले 10 सालों में मैंने काम किया है, जाहिर सी बात है लोगों से ही आधार पर मुझे जज करेंगे. मुझे मौका दीजिए मैं लोगों के भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा. 
 
10- 'मैं समाज को जोड़ने की कोशिश कर रहा'

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प्रशांत किशोर ने कहा, आने वाले कई सालों तक आप मुझे बिहार में एक पॉलीटिकल एक्टिविस्ट के तौर पर देखेंगे. बिहार में कहा जाता है कि यहां केवल जाति के आधार पर वोट मिलता है. मैं जाति नहीं बल्कि समाज के सभी लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहा हूं. मैं बिहार को नया रास्ता और नई सोच दिखाने की कोशिश कर रहा हूं. अगर जनता का समर्थन मेरे पास होगा तो समाज पैसे की व्यवस्था मेरे लिए कर देगा. 

 

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