Advertisement

एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं तो जानिए Modi 3.0 कैबिनेट में शामिल होने वाले 5 अल्पसंख्यक नेता कौन हैं?

मोदी कैबिनेट में 5 अल्पसंख्यक मंत्रियों को जगह दी गई है. एक केरल, दूसरा अरुणाचल प्रदेश तो तीसरा महाराष्ट्र तो दो पंजाब से हैं. हालांकि, मोदी कैबिनेट 3.0 में किसी भी मुस्लिम नेता को जगह नहीं दी गई है.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2024,
  • अपडेटेड 4:01 PM IST

मोदी कैबिनेट 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह हो चुका है. इस बार कुल मंत्रियों की संख्या 72 है, जिसमें 30 मंत्री कैबिनेट का हिस्सा हैं. इनके अलावा 5 मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिया गया है. वहीं, 36 सांसदों को राज्य मंत्री का पद दिया गया है. हालांकि, फिलहाल मंत्रियों के पोर्टफोलियो का बंटवारा नहीं किया गया है.

इस सियासी उठापटक के बीच अब इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि मोदी सरकार 3.0 में कितने अल्पसंख्यक मंत्री हैं. बता दें कि वैसे तो अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले 5 नेताओं को इस नई कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है, लेकिन इस सरकार में किसी भी मुस्लिम नेता को जगह नहीं मिली है.

Advertisement

रवनीत सिंह बिट्टू

मोदी कैबिनेट 3.0 का हिस्सा बनने पहले अल्पसंख्यक नेता का नाम रवनीत सिंह बिट्टू है. रवनीत सिख समुदाय से आते हैं. उन्हें पंजाब के लुधियाना से चुनाव हारने के बावजूद मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है. रवनीत चुनाव पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने कांग्रेस के पंजाब चीफ अमरिंदर सिंह राजा वारिंग के खिलाफ चुनाव लड़ा था.

बिट्टू ने पांच शहरी क्षेत्रों में बढ़त हासिल की, लेकिन बीजेपी के खिलाफ किसानों के विरोध की वजह से ग्रामीण इलाकों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. तीन बार कांग्रेस सांसद रह चुके रवनीत सिंह बिट्टू पहली बार 2009 में आनंदपुर साहिब से लोकसभा के लिए चुने गए थे. इसके बाद 2014 और 2019 में लुधियाना से जीते थे. रवनीत सिंह बिट्टू के बारे में और जानने के लिए यहां क्लिक करे

Advertisement

हरदीप सिंह पुरी

मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए दूसरे अल्पसंख्यक मंत्री का नाम हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) है. पूर्व राजनयिक पुरी भी सिख समाज से आते हैं. पिछली सरकार में वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और आवास और शहरी मामलों के मंत्री के रूप में काम कर रहे थे. वह 1974 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं, जिन्होंने 2009 से 2013 तक संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया.

पुरी जनवरी 2014 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए और नवंबर, 2020 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में सांसद बने. इससे पहले मई 2019 में, उन्होंने आवास और शहरी मामलों और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था. पुरी उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं.

देखें, मोदी कैबिनेट के मंत्रियों की लिस्ट

जॉर्ज कुरियन

ईसाई धर्म से आने वाले जॉर्ज कुरियन मोदी सरकार 3.0 में तीसरी अल्पसंख्यक मंत्री हैं. कुरियन का केरल में बीजेपी का बड़ा चेहरा माना जाता है. उन्हें मोदी कैबिनेट 3.0 में जगह दी गई है. हालांकि, कुरियन ना ही लोकसभा सांसद हैं और ना ही राज्यसभा सदस्य हैं. इससे पहले वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.

Advertisement

कोट्टायम के मूल निवासी कुरियन (63) वर्तमान में भाजपा केरल इकाई के महासचिव हैं. पेशे से वकील कुरियन टीवी-डिबेट्स का एक जाना-पहचाना चेहरा हैं. मंत्रिपरिषद में उनके शामिल होने को भाजपा द्वारा ईसाई समुदाय के करीब जाने की एक और कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.

कुरियन केरल के सबसे प्रमुख ईसाई चर्चों में से एक सिरो-मालाबार कैथोलिक चर्च से जुड़े हैं. कुरियन 1980 में भाजपा के गठन के बाद से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं. राज्य भाजपा में नेतृत्व का पद मिलने से पहले उन्होंने भारतीय युवा मोर्चा के राज्य महासचिव और राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी काम किया है. वह राज्य में पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता भी रहे हैं.

देखें, मोदी सरकार के MOS

किरेन रिजिजू

बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले किरेन रिजिजू मोदी सरकार 3.0 में चौथे अल्पसंख्यक मंत्री हैं. वह अरुणाचल प्रदेश की पश्चिम सीट से सांसद हैं. इस लोकसभा चुनाव में रिजिजू एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीते हैं. मोदी कैबिनेट में वह 2014 से बने हुए हैं और प्रधानमंत्री की 'Look East Policy' की एक मजबूत कड़ी माने जाते हैं. 

किरेन रिजिजू का जन्म 19 नवंबर, 1971 को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में हुआ था. वह एक मजबूत राजनीतिक विरासत वाले परिवार से आते हैं, क्योंकि उनके पिता अरुणाचल के पहले प्रोटेम स्पीकर थे, जिन्होंने पहली राज्य विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई थी. किरेन रिजिजू के बारे में और जानने के लिए यहां क्लिक करे

Advertisement

रामदास अठावले

महाराष्ट्र के राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता रामदास अठावले बौद्ध धर्म से आते हैं. मोदी कैबिनेट 3.0 में वह पांचवे अल्पसंख्यक मंत्री हैं. वह रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष हैं. पिछली सरकार में अठावले सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री थे. वे राज्यसभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे पहले वह पंढरपुर से लोकसभा सांसद थे.

अठावले का जन्म 25 दिसंबर 1959 को बॉम्बे राज्य के सांगली जिले के अगलगांव में हुआ था. उनके माता-पिता होंसाबाई बंधु अठावले और बंडू बापू थे. उन्होंने सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ लॉ, मुंबई में पढ़ाई की और 16 मई 1992 को सीमा अठावले से शादी की जिनसे उनका एक बेटा है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement