
27 मई को टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान दे दिया था. ऐसा कहा जा रहा है कि उनके इस बयान के बाद ही कानपुर में हिंसा भड़क गई. इस मामले में विवाद बढ़ता जा रहा था कि आज यानी रविवार को बीजेपी आलाकमान नूपुर शर्मा को को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. आइए जानते हैं नूपुर शर्मा के बारे में-
केजरीवाल के खिलाफ लड़ा था चुनाव
पेशे से वकील नूपुर शर्मा 2015 में पहली बार तब चर्चा में आई थीं, जब उन्हें बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में टिकट देखकर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था हालांकि वह 31 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव हार गई थीं.
DU से ही दो बार किया ग्रैजुएशन
23 अप्रैल 1985 को जन्मी नूपुर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से इकोनॉमिक्स से ग्रैजुएशन की थी. इसके बाद इन्होंने डीयू से ही एलएलबी की फिर लॉ से मास्टर्स करने के लिए इन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दाखिला ले लिया.
DU छात्र संघ की रह चुकी हैं अध्यक्ष
नूपुर शर्मा ने ABVP से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था. वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. 2008 में एबीवी की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली वह एकमात्र उम्मीदवार थीं. नूपुर शर्मा 2010 में बीजेपी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं.
मुंबई में नूपुर के खिलाफ केस दर्ज
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान देने को लेकर मुंबई में एक मुस्लिम सामाजिक संस्था रजा एकेडमी ने शिकायत पर दर्ज करवाई है. इसके बाद मुंबई पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए, 295ए और 505(2) के तहत नूपुर शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया है. नूपुर शर्मा के खिलाफ हैदराबाद, पुणे में भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में केस दर्ज किया गया है.
ट्विटर पर नूपुर की गिरफ्तारी की मांग
विवादित बयान देने के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी मांग उठ रही है. भारत में शनिवार को ट्विटर पर #ArrestNupurSharma टॉप ट्रेंड था लेकिन पाकिस्तान में दो दिन से यह हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.
बीजेपी को देनी पड़ गई सफाई!
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में कई धर्मों का जन्म और विकास हुआ है और बीजेपी किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान स्वीकार नहीं करती है. माना जा रहा है कि बीजेपी का यह बयान नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद आया है. कहा जा रहा है कि पार्टी ने टिप्पणी से पैदा हुए विवाद को खत्म करने के लिए विज्ञप्ति जारी की है.