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ओडिशाः स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की मौत पर PM मोदी ने जताया दुख

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की जानलेवा हमले में मौत हो गई है. उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि मैं हैरान-परेशान हूं. नबदास सरकार और पार्टी के लिए बहुमूल्य थे.

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की जानलेवा हमले में मौत हो गई है (फोटो- Naba Kisore Das facebook) ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की जानलेवा हमले में मौत हो गई है (फोटो- Naba Kisore Das facebook)
अनुपम मिश्रा
  • भुवनेश्वर,
  • 29 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 10:21 PM IST

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की रविवार को जानलेवा हमले में मौत हो गई. नबदास पर एक पुलिसकर्मी ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस हमले में स्वास्थ्य मंत्री गंभीर रूप से घायल हो गए थे. लेकिन इलाज के दौरान उनकी अस्पताल में मौत हो गई. 

नब किशोर दास के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. पीएम ने ट्वीट करते हुए कहा कि ओडिशा सरकार में मंत्री नब किशोर दास जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से दुख पहुंचा है. इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं.

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वहीं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नबदास के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि मैं हैरान-परेशान हूं. नबदास सरकार और पार्टी के लिए बहुमूल्य थे. सीएम ने कहा कि मंत्री नबदास के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से स्तब्ध और व्यथित हूं. डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से वह ठीक नहीं हो सके.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सरकार और पार्टी दोनों के लिए बहुमूल्य संपत्ति थे. उन्होंने लोगों के लाभ के लिए स्वास्थ्य विभाग में कई पहल सफलतापूर्वक की थीं. एक नेता के रूप में उन्होंने बीजू जनता दल को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वह एक जमीनी व्यक्ति थे, वह सभी पार्टियों और सभी वर्गों के लोगों से प्यार करते थे, उनका सम्मान करते थे. सीएम ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. साथ ही शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.

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वहीं, चश्मदीदों का कहना है कि गांधी चौक पर जब मंत्री अपनी कार से बाहर निकले तो आरोपी पुलिसकर्मी ने चार से पांच राउंड गोलियां चलाईं. आरोपी एएसआई को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. बाद में पुलिस को सौंप दिया गया. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री को बेहतर इलाज के लिए झारसुगुड़ा से भुवनेश्वर एयरलिफ्ट करके लाया गया था. राज्य के सबसे बेहतरीन डॉक्टरों को उनके इलाज में लगाया गया था लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

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