
आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह के निलंबन के बाद उन्हें विपक्ष का समर्थन मिलता दिख रहा है. संजय को निलंबित किए जाने के विरोध में सोमवार को पूरी रात विपक्ष के सांसदों ने संसद भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन किया.
बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मुद्दे पर सोमवार को संसद में जबरदस्त हंगामा हुआ. हंगामे के दौरान AAP सांसद संजय सिंह ने वेल में राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध किया. वह धनखड़ को हाथ दिखाकर कुछ बोल रहे थे. उनकी इस एक्टिविटी के बाद उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.
संजय सिंह पर हुई कार्रवाई के विरोध में संसदों ने संसद के बाहर धरना दे दिया. इस प्रदर्शन में AAP सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक और सुशील गुप्ता के अलावा TMC से डोला सेन और शांता छेत्री, कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी, अमीबेन और जेबी माथेर, CPM से बिनॉय विश्वम, CPI से राजीव के अलावा BRS नेता भी शामिल हुए.
आज तक से बातचीत में संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री को ट्रेनों की हरी झंडी दिखाने के लिए समय रहता है. उद्घाटन करने का समय रहता है, लेकिन मणिपुर पर संसद में बोलने के लिए समय नहीं है. पूरा विपक्ष यह मांग करता है कि प्रधानमंत्री संसद में बोलें. उन्होंने कहा कि वह तब तक धरने में बैठे रहेंगे, जब तक उनका निलंबन वापस नहीं होता.
सोमवार को संसद में हुई कार्रवाई के दौरान सदन के नेता पीयूष गोयल AAP सांसद संजय सिंह के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आए. उन्होंने कहा,' संजय सिंह की इस तरह की हरकत सही नहीं है. ये सदन के नियमों के खिलाफ है.' उन्होंने कहा, 'मैं सभापति से अपील करता हूं कि वे संजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई करें.' उन्होंने कहा, 'सरकार संजय सिंह के सस्पेंशन के लिए प्रस्ताव लाती है कि उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए सस्पेंड किया जाए.' इस पर सभापति ने कहा कि आप प्रस्ताव लाएं.
इसके बाद गोयल ने कहा कि वह प्रस्ताव ला रहे हैं, कि संजय सिंह को पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाए. इस प्रस्ताव पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'संजय सिंह को आसन के खिलाफ लगातार नियमों का उल्लंघन करने के लिए मॉनसून सत्र के बाकी की बची अवधि के लिए सस्पेंड किया जाता है. क्या सदन इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है? इस पर सत्ताधारी सांसदों ने कहा- हां और ध्वनिमत से ये प्रस्ताव पारित हो गया.
क्या है मामला?
दरअसल, हाल ही में मणिपुर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें देखा जा सकता है कि भीड़ कुकी समुदाय की दो महिलाओं को नग्न अवस्था में सड़क पर घुमा रही है. इतना ही नहीं महिलाओं के साथ अभद्रता और रेप भी किया गया था. यह वीडियो 4 मई की घटना का बताया जा रहा है. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मणिपुर में फिर तनाव बढ़ गया. पुलिस ने इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है.