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मॉनसून सत्र आज से शुरू, सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष, इन मुद्दों पर रहेगा जोर

तमाम विपक्षी पार्टियों की कोशिश यही है कि संसद के अंदर और बाहर सरकार को घेरने के लिए तमाम मुद्दों पर एकजुटता दिखाई दे. इसी कोशिश में मनोज झा को राज्यसभा में उपसभापति के लिए उतारा गया है. कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि सरकार को घेरने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे.

14 सितंबर से शुरू हो रहा है मॉनसून सत्र (PTI) 14 सितंबर से शुरू हो रहा है मॉनसून सत्र (PTI)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 13 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:31 AM IST
  • विपक्षी पार्टियां संसद में एकजुटता दिखाने की कोशिश में
  • आरजेडी के मनोज झा को साझा उम्मीदवार भी बनाया है
  • कोरोना, चीन विवाद और अर्थव्यवस्था पर घेरने की तैयारी

14 सितंबर से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र में सरकार को घेरने की विपक्ष ने पूरी तैयारी की है. विपक्षी पार्टियां संसद में एकजुटता दिखाने की कोशिश में हैं. इसी एकजुटता को दिखाने के लिए विपक्ष ने राज्यसभा में उपसभापति के लिए आरजेडी के मनोज झा को साझा उम्मीदवार भी बनाया है. विपक्ष सरकार को अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर घेरना चाहता है. साथ ही LAC पर चीन के मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार से सवाल-जवाब भी करेगा. इसके अलावा कोरोना के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की तैयारी है. विपक्ष का मानना है कि सरकार ने इन तमाम मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया. 

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तमाम विपक्षी पार्टियों की कोशिश यही है कि संसद के अंदर और बाहर सरकार को घेरने के लिए तमाम मुद्दों पर एकजुटता दिखाई दे. इसी कोशिश में मनोज झा को राज्यसभा में उपसभापति के लिए उतारा गया है. कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि सरकार को घेरने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. डीएमके, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी पार्टियां भी विपक्ष के साथ एकजुटता दिखाने की तैयारी में हैं. 

प्रश्नकाल स्थगित किए जाने को लेकर भी तमाम विपक्षी पार्टी के नेताओं ने सवाल खड़े किए थे और कहा था कि प्रजातंत्र में सरकार से सवाल पूछना हमारा अधिकार है और संसद में जनता के सवाल पूछे जाते रहे हैं. लेकिन इस बार प्रश्नकाल ना रखे जाना, उनके मूलभूत अधिकारों का हनन है. कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी और डेरेक ओ ब्रायन ने प्रश्नकाल ना किए जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. अधीर रंजन चौधरी ने तो लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर कहा था कि प्रश्नकाल को स्थगित ना करके इसको बनाए रखा जाना चाहिए. आरजेडी नेता मनोज झा भी प्रश्नकाल को स्थगित की जाने से खासे नाराज थे. 

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सत्र के दौरान कोई भी छुट्टी नहीं होगी

संसद का मॉनसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा. इसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल का खासा ध्यान रखा गया है. इस सत्र के दौरान कोई भी छुट्टी नहीं होगी.लगातार बैठकें होंगी और 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 18 बैठकें होंगी.  

कोरोना के मद्देनजर अलग-अलग होगी टाइमिंग

लोकसभा की कार्रवाई 14 सितंबर को पहले दिन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक चलेगी और फिर 15 सितंबर से 1 अक्टूबर तक दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक लोकसभा का सदन बैठेगा. इसी तरह राज्यसभा की कार्रवाई भी 14 सितंबर को दोपहर को 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे से होगी, लेकिन 15 सितंबर से सुबह 9:00 बजे से 1:00 बजे तक रहेगी. लोकसभा और राज्यसभा की टाइमिंग कोरोना को देखते हुए अलग-अलग रखी गई है.

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