Advertisement

पप्पू यादव ने साधा नीतीश कुमार पर निशाना, बोले- 'सीएम को छोड़ देनी चाहिए शराबबंदी की जिद'

सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो चुकी है. मामले में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम को शराबबंदी की जिद छोड़ देनी चाहिए. पॉलिसी बनती है तो उनमें समय-समय पर बदलाव भी होते हैं. शराबबंदी गरीबों की जान ले रही है.

पप्पू यादव (फाइल फोटो). पप्पू यादव (फाइल फोटो).
aajtak.in
  • भागरपुर,
  • 14 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:32 PM IST

बिहार में सारण जिले के डोइला गांव और मशरक थाना क्षेत्र के यदु मोड़ में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई है. इससे पहले भी कई मौकों पर बिहार में लागू शराबबंदी के बीच जहरीली शराब के सेवन से दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है.

सारण जिले की घटना सामने आने के बाद जन अधिकार पार्टी यानी जाप के प्रमुख पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. पप्पू यादव ने कहा, "सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी की जिद छोड़ देनी चाहिए." 

Advertisement

पप्पू यादव ने आगे कहा, "किसी भी पॉलिसी में समय-समय पर बदलाव होता रहता है. नीतीश जी का प्रयास गलत नहीं है, लेकिन महात्मा गांधी पूरे देश में हैं, सिर्फ बिहार में नहीं हैं. जहरीली शराब से सबसे ज्यादा प्रताड़ित दलित हो रहे हैं.''

पप्पू यादव बोले, ''शराब के आड़ में गरीबों को प्रताड़ित करना बंद करना होगा. आम लोगों को शराब के नाम पर पुलिस प्रताड़ित कर रही है. किसी एक की जिद के लिए छह लाख आदमी जेल जाएं, जो गरीब और मध्यम वर्ग के हैं. पुलिस पासी समाज को परेशान करती है. ताड़ी में क्या परेशानी है? ताड़ी बंद करने का क्या कानून है?

शराब पॉलिसी में बढ़ा दें 80 प्रतिशत टैक्स

मैं ऐसे कानून का जबरदस्त विरोध करता हूं. शराब जैसी पॉलिसी में 80 प्रतिशत टैक्स बढ़ा दीजिए. जमीन और बालू के बाद सबसे ज्यादा हत्याएं शराब के कारण हो रही हैं. शराब की इकोनॉमी बर्बाद हो रही है. जो राजस्व विकास में लगना चाहिए, वह माफिया, नेता और पदाधिकारियों को जा रहा है. दारोगा को निलंबित कर एसपी को छोड़ दिया जाता है. शराब के नाम पर सिर्फ और सिर्फ गरीब और पासी समाज को बर्बाद किया जा रहा है.

Advertisement

यह है मामला

सारण जिले के मशरक और सीमावर्ती इसुआपुर के डोइला गांव में मंगलवार रात आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की तबीयत शराब पीने के बाद बिगड़ गई. फिर एक-एक कर 20 लोगों ने दम तोड़ दिया है. जहरीली शराब की भनक लगते ही प्रशासन के हाथ पैर फूल गए.

सदर अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया. पुलिस और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की. इससे पहले भी बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से मौतों के मामले सामने आते रहे हैं. पुलिस का कहना है कि गहराई से इस मामले की जांच की जा रही है.

(रिपोर्ट - निभाष मोदी)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement