संसद के मॉनसून सत्र का आज 11वां दिन था. लोकसभा में नियम 193 के तहत, महंगाई पर चर्चा की जा रही है. राज्यसभा में 2 विधेयक पारित किए गए. सामूहिक विनाश के हथियार और उनके डिलिवरी सिस्टम गैरकानूनी गतिविधियों पर प्रतिबंध से संबंधित संशोधन बिल 2022 और भारतीय अंटार्कटिक विधेयक 2022 राज्यसभा से पास कर दिए गए. संसद के लाइव अपडेट्स पाने के लिए, ब्लॉग को रीफ्रेश करते रहें.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड हो या यूक्रेन युद्ध, आज भारत की स्थिति है कि जुलाइ तक इस साल GST कलेक्शन 1.49 लाख करोड़ हुआ जो अब तक का सबसे ज्यादा कलेक्शन है. भारत की अर्थव्यवस्था दिन ब दिन मजबूत हो रही है. भारत के 8 इंफ्रास्ट्रक्चर डबल डिजिट में बढ़े हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दे रही है
लोकसभा में निर्मला सीतारमण काफी नाराज़ नजर आ रही थीं. किसी महिला सदस्य ने उनपर कोई टिप्पणी की, जिसपर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपको कोई परेशानी है क्या. उन्होंने मजाक बनाने वाले सदस्यों के लिए कहा कि जवाब देना मेरी जिम्मेदारी है. लेकिन मुझे बिना सुने मजाक बनाई जाएगी तो मैं इसे गंभीरता से लूंगी और उन्हें जवाब दूंगी जो सुनने के बजाए मजाक बना रहे हैं. इसपर सांसदों ने कहा कि क्या हमें धमकी दी जा रही है. इसपर बहस की स्थिति बन गई.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि राजनीतिक भाषण सुनना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आज भारत को देखें और दूसरे देशों से तुलना करें तो आप देखेंगे कि इससे पहले कभी इस तरह की महामारी नहीं आई. सभी सरकारों ने अपना-अपना काम ईमानदारी से किया, इसी की वजह से हम बाकी देशों से तुलना करने लायक हैं.
भारत से भी उम्मीद की गई थी कि विकास की राह में प्रभावित होगा, लेकिन भारत सबसे तेजी से विकसित होने वाला देश बना है. सभी देशों से तुलना करें तो हम सबसे ऊपर ही रहे हैं. महामारी में आई लहरों से निपटने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए और ज्यादातर देशों से बेहतर स्थिति में रहे हैं.
लोकसभा में महंगाई पर चर्चा की गई. अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चर्चा का जवाब दे रही हैं.
लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महंगाई के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि एक तरफ पीएम कहते हैं कि रेवड़ी कल्चर को खत्म करना चाहिए. पीएम की सराहना करते हुए जिस तरह से बयान दिए गए हैं उसमें और इसमें क्या फर्क है. उन्होंने कहा कि देश में 71 प्रतिशत भारतीयों को स्वस्थ खाना नहीं मिलता. कम पोषण से होने वाली बीमारियों से हर साल 70 लाख लोगों की मौत हो जाती है. 2021 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 116 में से 101 नंबर पर आया. ये आंकड़े बता रहे हैं कि हम वास्तव में परेशानी में हैं.
सरकार कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध का बहाना बना रही है. भारत में 7% महंगाई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में महंगाई 5.09%, चीन में 2.44%, जापान में 1.97%, मलेशिया में 2.84% महंगाई है. ये बहाना बनाते हुए लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
AIMIM सासंद असदुद्दीन ओवैसी ने महंगाई पर चर्चा करते हुए कहा कि आज गरीब घरों की महिलाएं पीएम से सवाल कररही हैं कि घरेलू सामान में 68% का इजाफा क्यों हुआ. गरीब जो आज भूखा सो रहा है, वो पूछ रहा है कि मेरे बच्चे भूखे सो रहे हैं और देश में 215 बिलेनियर पैदा हो गए. देश का नौजवान सवाल कर रहा है कि मैं खेतों में काम कर रहा हूं, मेरी सैलेरी में इजाफा नहीं होता. एक फौजी पूछ रहा है कि आपने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया, इसलिए अग्निवीर योजना लेकर आना पड़ा. देश के 40 करोड़ गरीब कह रहे हैं कि महंगाई करप्शन के बराबर है.
उन्होंने कहा- 'जो कहता था तारे तोड़कर लाउंगा, उसने आसमान ही गिरा दिया मुझपर'..ये सरकार की पॉलिसी है. गरीबों का गुस्से को समझिए.
शिरोमणी अकाली दल से हरसिमरत कौर बादल ने महंगाई पर चर्चा करते हुए कहा कि डेढ़ साल तक किसान आंदोलन पर बैठे, 700 किसानों की जान गई, लेकिन किसी के मुंह से एक शब्द नहीं निकला. दवा की कीमत, बीजों की कीमत, डीज़ल-पैट्रोल की कीमत दुगनी हो गई है. जो किसान अन्न के भंडार भरते हैं, उनके लिए MSP 2% बढ़ती है. ये किसानों के साथ मज़ाक है. गरीब आज अपना इलाज नहीं करा सकता. मैं मांग करती हूं कि स्वामिनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करो. ये बड़े अफसोस की बात है कि गरीब का जीना मुश्किल हो रहा है और सरकार कह रही है कि महंगाई नहीं है.
जम्मू-कश्मीर से सांसद हसनैन मसूदी ने कहा कि ये बहस जो आज हो रही है, वह 10 दिन पहले भी हो सकती थी. इसपर काफी समय बर्बाद हुआ है, उसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि जीएसटी की बुनियाद ही इसलिए हुई ताकी ये सेंट्रलाइज़ हो जाए. जम्मू-कश्मीर में 1947 से पहले जन्म से अंतिम सरकार तक हर चीज़ पर टैक्स लगता था. वही मिसाल आज इस सरकार से मिलती है. हर चीज पर टैक्स लगा है, इतिहास में इस तरह का टैक्स कभी नहीं लगा.
जम्मू-कश्मीर की बात कुछ अलग है. 61 हजार परिवारों में ऐसे लोग हैं जो अंडरपेड है, उनके पास रोजगार नहीं है. वहां लोगों को कम से कम मजदूरी भी नहीं मिल रही. वहां सबसे ज्यादा परेशानी इन्हीं लोगों को हो रही है. ऐसे में क्या उपाय है, सरकार कहती है कि महंगाई कहीं मिलेगी नहीं. आपने हाल ही में जो टैक्स लगाए हैं उन्हें रिवोक करें. जहां 30 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे हों, वहां इस तरह के फैसले नहीं लेने चाहिए.
बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी की सरकार ने इन आर्थिक संकट और परिस्थितियों को संभाला है, उसका कोई मुकाबला नहीं है. इस दौरान हमने जनता को सुरक्षित रखा, उन्हें महंगाई नहीं झेलनी पड़ी. कोविड और यूक्रेन क्राइसिस के वाबजूद भी हम देश में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमें रोशनी की कीमत तभी महसूस होती है जब हम अंधेरे को जानते हैं. और हम सभी ने यूपीए का अंधेरा देखा है.
आज देश में महंगाई की दर सिर्फ 7% है. आज यूएस और यूरोप में 8% और 9% है.
झारखंड से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने महंगाई पर चर्चा करते हुए कहा कि गरीब की थाली आंकड़ों से नहीं वस्तुओं से बढ़ी है. आप महंगाई ढूंढ रहे हैं, लेकिन महंगाई है ही नहीं. आपको महंगाई मिल ही नहीं रही है, संसद नहीं चलने देते, आप सदन को भ्रष्ट कर रहे हैं. आपको वेल में आकर नाटक करना पड़ता है. आज गरीब को महंगाई महसूस नहीं हो रही, वो मोदी जी की दूरदर्शी सोच के कारण है.
लोकसभा में मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन ने महंगाई पर चर्चा करते हुए कहा जनता को मिसगाइड क्यों किया जा रहा है? एक डॉलर की कीमत 80 रुपये हो गई थी. मैं पूछना चाहता हूं कि सरकार ने कॉर्पोरेट को कितनी सब्सिडी दी. खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी लगा दिया है. क्या आप चाहते हैं कि लोग पैक्ड खाना न लें. खुले खाने में मिलावट इतनी है कि लोग बीमार होते हैं. एक गरीब मरीज कैसे इलाज कराता है मैं जानता हूं. वह अपनी बीवी की जेवर बेचता है, ज़मीन बेचकर इलाज कराता है. देश का हर व्यक्ति इस वक्त टैक्स दे रहा है, तो भी महंगाई का ये हाल है. उन्होंने जीएसटी कम करने की मांग की है.
लोकसभा में महंगाई पर चर्चा करते हुए एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि 8 साल में एक नई बहू पूरी तरह से परिवार की सदस्य बन जाती है, महंगाई के साथ भी यही समस्या है. सुषमा स्वराज ने कहा था आम आदमी केवल वह भाषा समझता है कि एक आदमी की जेब से क्या निकल रहा है, और उसे क्या मिल रहा है.
आज 6 साल की एक बच्ची पीएम को खत लिख रही है. अगर इस भारत की बेटी एक पेंसिल के लिए एक खत लिख रही है. गाय और भगवान को छोड़कर आपने सभी चीजों पर जीएसटी लगा दिया है. उन्होंने निशिकांत दुबे की बात का जवाब देते हुए कहा कि देश के हर गरीब को आप खाना दे रहे हैं ये अच्छी बात है, देश का प्रधानमंत्री अगर शोषित, पीड़ित, वंचित को जब खाना देता है तो उसकी दुआ ही लेकर जाता है, उसका हिसाब नहीं मांगता. माई-बाप सरकार होती है. मां जब बच्चे का खाना खिलाती है तो आभार नहीं मांगती, ये बच्चे का हक है. मां प्यार से खाना खिलाती है, बच्चा प्यार से आशीर्वाद समझकर खाना खाता है, उसे अन्नपूर्णा कहते हैं. निशिकांत जी कहते हैं कि क्या आप आभार नहीं मानेंगे?? तो क्या इस देश का ये हाल है कि देश का गरीब आपसे बोलेगा कि आभार है कि आपने दो टाइम का खाना खिलाया??
प. बंगाल से AITC सांसद काकोली घोष ने महंगाई पर चर्चा करते हुए कच्चा बैंगन खाया. उन्होंने कहा कि कभी कभी मुझे लगता है कि क्या सरकार हमें कच्चा खिलाना चाहती है? वे सदन में कच्चा बैंगन लेकर आईं और उसे खाकर दिखाया. उन्होंने कहा कि ये सब्जी मैं कच्चा खा जाती हूं, क्योंकि ईंधन नहीं मिलता है. LPG के दाम चार बार बढ़े हैं इसके दाम 600 से 1100 रुपए हो गया है. गरीब कैसे इतने पैसे देकर सिलेंडर खरीदेगा. सरकार को सोचना चाहिए. हमें कच्चा खिलाने की आदत जो आप डालना चाहते हैं, उसे बंद कीजिए. ईंधन के दाम कम कीजिए.
राज्यसभा की कार्यवाही 2 अगस्त, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
भारतीय अंटार्कटिक विधेयक 2022 (Indian Antarctic Bill 2022) राज्यसभा से पास कर दिया गया है.
झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कोविड के कारण पूरी दुनिया तबाह है, अमेरिका को देखिए, श्रीलंका, बांग्लादेश या आस-पास किसी पड़ोसी देश के हालात को देख लीजिए, सभी जगह रोजगार छीने जा रहे हैं. सभी जगह महंगाई बढ़ रही है. चीन से तो खबर है कि बैंकों के सामने टैंक लगे हुए हैं. ऐसे हालातों में यहां गरीब को दो वक्त की रोटी मिल रही है, उसके लिए क्या मोदी जी को धन्यवाद नहीं देना चाहिए.
झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि हमने किसानों को इतनी ताकत दी है कि पिछले एक साल में विपक्ष ने किसान आत्महत्या का एक भी मुद्दा नहीं उठाया. उसने एक साल आंदोलन तो किया, लेकिन आत्महत्या नहीं की. हमने किसानों को इतनी ताकत दी कि वह सरकार से भी दो-दो हाथ करने को तैयार था, कांग्रेस सरकार में तो वह भीख मांग रहा था, आप रोटी तक नहीं दे पा रहे थे. इसके लिए क्या बीजेपी को धन्यवाद नहीं देना चाहिए?
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि देश में पिछले 14 महीने से महंगाई डबल डिजिट में है, यह 30 साल में सबसे ज्यादा है. उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक आसमान छू रहा है. चावल, दही, पनीर और पेंसिल और शार्पनर जैसी रोजाना के इस्तेमाल की चीजों पर जीएसटी बढ़ाया गया है. बच्चों को भी नहीं बख्श रही सरकार. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपना बजट तो ठीक कर लिया होगा, लेकिन 25 करोड़ लोगों का बजट पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. आज हर गृहणी के आंसू बह रहे हैं, महंगाई ने कमर तोड़ दी है.
भारतीय अंटार्कटिक विधेयक 2022 राज्यसभा में पेश किया गया. केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बिल पेश किया. इस बिल पर फिलहाल राज्यसभा में चर्चा की जा रही है.
राज्यसभा में सामूहिक विनाश के हथियार और उनके डिलिवरी सिस्टम गैरकानूनी गतिविधियों पर प्रतिबंध से संबंधित संशोधन बिल 2022 पर की गई चर्चा का जवाब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिया. इसके बाद बिल को राज्यसभा से पास कर दिया गया.
लोकसभा में नियम 193 के तहत, महंगाई पर चर्चा की जा रही है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चर्चा की शुरुआत की है.
लोकसभा में गतिरोध खत्म हो गया है. लोकसभा से निलंबित हुए सदस्यों का निलंबान वापस ले लिया गया है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि एक सर्वसम्मति बननी चाहिए कि प्लेकार्ड लेकर सदन में कोई न आए. अगर आसन के सामन आप प्लेकार्ड लेकर आएंगे तो सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए हमें न चाहते हुए भी कार्रवाई करनी होगी. फिर में सरकार की भी नहीं सुनूंगा और कार्रवाई करूंगा.
लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम दूर-सुदूर गांव कसबों, शहरों से चुनकर यहां आते हैं, सिर्फ चर्चा के लिए, आम लोगों की बात रखने के लिए, सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए और आम लोगों की तकलीफों का निवारण करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं, यही हमरी जिम्मेदारी है.
हम सिर्फ एक विषय सामने रखना चाहते हैं. सत्र की ऑल पार्टी मीटिंग में आपने स्वीकारा कि सदन की प्रोडक्टिविटी 105 फीसदी हो चुकी है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. मैं बड़े दावे के साथ कह सकता हूं कि इस आंकड़े से यह साबित होता है कि विपक्ष भी सदन चलाने के लिए पूरा प्रयास करता है, नहीं तो यह आंकड़े कैसे मिलते.
आप सबको अपनी बात रखने के लिए पूरा मौका देते हैं. यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है. हम यहां पिकनिक मनाने नहीं आते. सदन हमारे काम की जगह है. सदन में न पक्ष न विपक्ष किसी की भी तरफ से ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए कि किसी की भी प्रतिष्ठा को चोट पहुंचे. एक दूसरे पर इल्ज़ाम लगाना बहुत आसान होता है. हम निलंबित सदस्यों को बहाल करने की मांग करते हैं. कभी कभी हमारा प्रदर्शन भी जरूरी होता है. मैं चाहता हूं कि इन सबके हल के लिए एक जर्नल पर्पस मीटिंग बुलाई जाए और सारे दल उसमें चर्चा करके उपाय निकाला जाए. हमारे दल के सदस्यों की मंशा आपको दुख देना या चोट पहुंचाना नहीं है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश की सर्वोच्च संस्था संसद है और इस संसदीय परंपरा पर म सबको गर्व है. इस परंपरा में चर्चा, संवाद और सकारात्मक बहस से इस सदन की प्रतिष्ठा स्थापित की गई है. हमारे पुराने अध्यक्षों और सदस्यों ने सामूहिक रूप से इस सदन की उच्च मर्यादा और परंपराओं का पालन करते हुए इसकी प्रतिष्ठा बढ़ाई है.
सदन की रक्षा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. विषयों पर सहमति असहमति हो सकती है. बहस, या चर्चा करते समय कई मुद्दों पर हमारी संसदीय परंपराओं में हमेशा तीखे वाद-विवाद हुए हैं, लेकिन सदन की गरिमा हमने हमेशा बना कर रखी है.
मेरा आग्रह है कि चर्चा हो, संवाद हो, सहमति असहमति हो, मत की भिन्नता हो तो बैठकर चर्चा की जाए, लेकिन सदन चले ये सभी दल के सदस्य चाहते हैं. मेरी भी कोशिश रहती है कि मैं सभी सदस्यों को पर्याप्त समय और अवसर देता हूं. मुझे आशा है कि आज हम सहमति के बाद फिर मिले हैं और मेरी ये इच्छा रहती है कि सदन एक मिनट के लिए भी स्थगित न हो. क्योंकि यह विशेष रूप से यह अमृत काल है, तो हम मुद्दों पर चर्चा करें. लोकतंत्र में चर्चा से ही समस्याओं का समाधान निकलता है.
मैं पुनः आग्रह करता हूं कि संयम और अनुशासन बनाते हुए, सदन की मर्यादा का पालन करें, ये पंपरा न टूटे.
या तो विपक्ष के सांसद अपने किए पर अफसोस जताएं या फिर इनके नेता को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सदन में तख्तियां लेकर न आएं, जो कि नियमों के खिलाफ है. अगर ऐसा होता है, तभी सरकार सांसदों का निलंबन वापस लेने को प्रस्ताव ला सकती है.
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हम यह पहले ही तय कर चुके हैं कि महंगाई के मुद्दे पर सोमवार को लोकसभा में चर्चा की जाएगी और मंगलवार को राज्यसभा में. इसके बावजूद भी, सदन चलने नहीं दिया जा रहा है. विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पहले दिन से महंगाई पर चर्चा के लिए तैयारी थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कोविड हुआ था. अब जब वे वापस लौट आईं हैं, हम विपक्ष से अपील करते हैं कि वे सदन को सामान्य तौर पर चलने दें.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर का कहना है कि हम लोकसभा में विस्तार से चर्चा चाहते हैं. हम यह भी मांग करते हैं कि मॉनसून सत्र से निलंबित किए गए हमारे 4 सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने महंगाई पर चर्चा करने की बात कही, लेकिन उसपर कुछ किया नहीं जा रहा है. जिन सदस्यों ने नोटिस दिया है उसपर चर्चा नहीं हो रही है. झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात में जो कुछ हो रहा है, जहां लोग मारे जा रहे हैं, हम उसपर चर्चा चाहते हैं.
केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) बिल- 2022 (The Central Universities (Amendment) Bill- 2022) लोकसभा में पेश किया गया. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बिल पेश किया.
राज्यसभा में भारी हंगामे के चलते, प्रश्नकाल पूरा नहीं हो सका. सभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान, विपक्ष जोरदार नारेबाजी कर रहा है. सदन के नेता पीयूष गोयल का कहना है कि विपक्ष महंगाई पर चार्चा चाहता है. उन्होंने कहा महंगाई पर चर्चा आज लोकसभा में होनी है और कल राज्यसभा में होनी सुनिश्चित है. उन्होंने विपक्ष से अपील की कि सदन की कार्यवाही होना ज़रूरी है, वे सदन की कार्यवाही होने दें.
लोकसभा में विपक्ष महंगाई पर चर्चा के लिए अड़ा हुआ है. चेयर पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि सदन में महंगाई पर चर्चा सुनिश्चित है. लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा. सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा में प्रपत्र सभा पटल पर रखे जा रहे हैं. विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है.
राज्यसभा में कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई है. सदन में प्रश्नकाल चल रहा है. चेयर पर भुवनेश्वर कालिता बैठे हैं. विपक्ष का हंगामा जारी है.
पश्चिम बंगाल भाजपा सांसदों ने SST भर्ती घोटाले में राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की कथित संलिप्तता को लेकर, सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन किया.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान, विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह से सदन चलाना उचित नहीं है, इसलिए सभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
कुछ सांसद विले में आकर हंगामा कर रहे थे. राज्यसभा के सभापति ने उन्हें अपनी-अपनी सीट पर जाने के लिए कहा. और सभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक क ेलिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने कॉमनवेल्थ के विजेताओं के बारे में सदन को सूचना दी. उन्होंने सभी विजेताओं को सदन की ओर से सभी खिलाड़ियों को बधाई दी.