संसद के मॉनसून सत्र का आज 16वां दिन है. लोकसभा में आज विद्युत संशोधन विधेयक 2022 पेश किया गया. ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधयक 2022 और नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक 2022 पारित किया गया. राज्यसभा में केंद्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2022 पास कर दिया गया.
संसद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा से केंद्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2022 पास कर दिया गया.
लोकसभा में नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक, 2022 पर विचार किया गया और बिल को पास कर दिया गया.
लोकसभा से ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधयक 2022- The Energy Conservation (Amendment) Bill 2022 पास कर दिया गया.
लोकसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई है. सदन में ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधयक 2022- The Energy Conservation (Amendment) Bill 2022 पर चर्चा की जा रही है.
राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई है. राज्यसभा में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वैंकेया नायडू की विदाई पर, सदस्य विदाई भाषण दे रहे हैं.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में बीड़ी मजदूरों को लेकर सवाल किया. इसपर श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत में 49,82,294 बीड़ी वर्कर रजिस्टर हैं. बांगाल में 18,29,203 हैं. पूरे देश में बीड़ी वर्कर्स के लिए तीन तरह से योजनाएं चलाई जाती हैं. पहला हेल्थ कंपोनेंट, स्कॉलरशिप और हाउसिंग. हेल्थ कंपोनेंट की बात करें तो देश भर में हमारी 285 डिस्पेंसरी और 10 अस्पताल चलते हैं. स्कॉलरशिप की बात करेंतो बीड़ी मजदूरों के बच्चों को 1 हजार से लेकर 25 हजार तक की स्कॉलरशिप दी जाती है. हाउसिंग का डेटा भी बेनिफिशरीज़ को 3 कंपोनेंट में दिया जाता है. हम इसकी नियमित समीक्षा करते हैं.
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2.05 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा में लोक महत्व के अविलंबनीय मद्दे उठाए जा रहे हैं.
लोकसभा में विद्युत संशोधन विधेयक 2022- पेश करते हुए हंगामा हो रहा है. विपक्ष बिल का विरोध कर रहा है. बिल पेश किया गया, और स्टैंडिंग कमेटी को भेजे जाने की बात कही गई.
लोकसभा में विद्युत संशोधन विधेयक 2022- The Electricity (Amendment) Bill 2022 पेश किया गया.
लोकसभा में प्रश्नकाल समाप्त हो गया है. सभा पटल पर प्रपत्र रखे जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आपने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि संसद में व्यवधान एक सीमा के बाद सदन की अवमानना के बराबर होता है. पहले समझा जाता था कि सदन में अगर शोरगुल होने लगे तो कार्यवाही को स्थगित कर दिया जाता था, लेकिन आपने संवाद, संपर्क और समन्वय के जरिए न सिर्फ सदन को संचालित किया बल्कि उसे प्रोडक्टिव भी बनाया. आपने सदन चलाने के लिए ऐसे मानदंड स्थापित किए हैं वो इस पद पर आसीन होने वाले लोगों को प्रेरित करते रहेंगे. इसी विश्वास के साथ पूरे सदन की तरफ से अनेक अनेश शुभकामनाएं. और इस सदन और देश के लिए जो भी किए हैं उसके लिए धन्यवाद देता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने आपको अलगअलग जिम्मेदारियों में बड़ी लगन से काम करते देखा है. आपने कभ भी किसी भी काम को बोझ नहीं माना है, हर काम में आपने नए प्राण फूंकने का प्रयास किया है. आपका जज्बा और लगन हम सब लोगों ने देखा है. मैं देश के हर युवा से कहना चाहुंगा कि वो समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में बहुत कुछ सीख सखते हैं. Listening, learning, leading, जैसी आपकी लिखी किताबें आपके बारे में बहुत कुछ बताताी हैं. आपके अनुभव हमारे युवाओं को गाइड करेंगे और लोकतंत्र को मजबूत करेंगे. आपकी किताबों का जिक्र मैंने इसलिए किया क्योंकि इनमें आपकी शब्द प्रतिभा दिखती है, जिसके लिए आप जाने जाते हैं. आपके वन लाइनर्स विट लाइनर्स और विन लाइनर्स भी होते हैं, यानी उसके बाद कुछ और कहने की ज़रूरत नहीं होती.
उन्होंने कहा कि किसी भी संवाद की सफलता का पैमाना यही है कि उसका दोहरा असर हो, लोग उसे याद रखें और जो भी कहें, लोग उसे सोचने के लिए मजबूर हों. अभिव्यक्ति की इस कला में एम वैंकेया नायडू की इस दक्षता से हम सभी परिचित हैं. आपकी अभिव्यक्ति का अंदाज जितना बेबाक है उतना ही बेजोड़ भी है. आपकी बातों में गहराई और गंभीरता है.
उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. अगर हमारे पास देश के लिए भावनाएं हों, बात कहने की कला हो, भाषायी विविधता में आस्था हो, तो भाषाएं और क्षेत्र हमारे लिए कभी भी दीवार नहीं बनती हैं, ये नायडू ने सिद्ध किया है. उन्होंने कहा कि भाषा को लेकर नायडू काफी भावुक रहे हैं. उन्होंने कहा है कि मातृभाषा आंखों की रोशनी की तरह होती है, और दूसरी भाषा चश्मे की तरह होती है. ऐसे भीवना हृदय की गहराई से ही बाहर आती है.
उन्होंने कहा कि कैसे संसदीय और शिष्ट तरीके से भाषा की मर्यादा में कोई भी अपनी बात प्रभावी ढंग से कह सकता है इसके लिए आप प्रेरण पुंज बने रहेंगे. आपने अनुशासन ने इस सदन के प्रोडक्टिविटी को नई ऊंचाई दी है. आपके कार्यकाल में राज्यसभा की प्रोडक्टिविटी 70 प्रतिशत बढ़ी है. सदन में सदस्यों की उपस्थिति बढ़ी है. इस दौरान सदन में 177 बिल पास हुए या उनपर चर्चा हुई जो एक कार्तिमान है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब देश अपने अगले 25 वर्षों की नई यात्रा शुरू कर रहा है तो देश का नेतृत्व भी नए युग के हाथों में है. इस बार हम ऐसी 15 अगस्त मन रहे हैं जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, स्पीकर, प्रधानमंत्री, सब वे लोग हैं जो आजाद भारत में पैदा हुए हैं. और सब बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं. इसका अपना एक सांकेतिक महत्व है. यह नए युग का प्रतीक भी है.
उन्होंने कहा कि एम वैंकैया नायडू ऐसे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने अपनी सभी भूमिकाओं में हमेशा युवाओं के लिए काम किया. सदन में भी युवा सांसदों को आगे बढ़ाया और प्रोतसाहन दिया. लगातार युवाओं के संवाद के लिए युनिवर्सिटीज़ और इंस्टिटूशन्स हमेशा जाते रहे हैं. नई पीढ़ी के साथ इनका कनेक्ट हमेशा बना हुआ है. इन सभी संस्थानों में इनकी लोकप्रियता काफी रही है.
उपराष्ट्रपति के रूप में सदम के बाहर जो आपने भाषण दिए, उनमें से 25 प्रतिशत युवाओं के बीच रहे हैं. व्यक्तिगत रूप से ये मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने बड़े निकट से अलग-अलग भूमिकाओं में देखा है. आपके साथ कंधे-से कंधा मिलाकर काम करने का मौका भी मुझे मिला है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सब सदन के सभापति और देश के उपराष्ट्रपति के कार्यकाल की समाप्ति पर उन्हें धन्यवाद देने के लिए उपस्थित हुए हैं. ये सदन के लिए बहुत ही भावुक पल हैं. उन्होंने कहा कि इस सदन को नेतृत्व देने की आपकी जिम्मेदारी भले ही पूरी हो रही हो, लेकिन आपके अनुभवों का लाभ भविष्य में हमें लंबे संय तक मिलता रहेगा. हम जैसे अनेक सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ताओं को भी मिलता रहेगा.
राज्यसभा के चेयरमैन एम वैंकेया नायडू को फेयरवेल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में बयान दे रहे हैं.
लोकसभा में प्रश्नकाल चल रहा है. राज्यसभा में मंत्रियों द्वारा वक्तव्य पेश किए जा रहे हैं.
संसद की कार्यवाही सत्र के 16वें दिन शुरू हो गई है. लोकसभा में भारत छोड़ो आंदोलन की 80वीं वर्षगांठ पर, अध्यक्ष ओम बिड़ला ने बयान दिया. शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में लोकसभा में मौन रखा गया. लोकसभा अध्यक्ष ने कॉमनवेल्थ खेलों में भारत की प्रदर्शन की जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने अब तक 18 गोल्ड, 15 सिल्वर, 22 कांस्य पदकों को जीतकर इतिहास बनाया है. उन्होंने सदन की तरफ से सभी खिलाड़ियों को बधाई दी.