
राज्यसभा से निलंबित 8 सांसदों का मुद्दा मंगलवार को सदन में उठा. कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जब सांसदों का निलंबन वापस नहीं होगा, तब तक उसके सांसद सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे. वहीं, सभापति एम वेंकैया नायडू ने निलंबित सांसदों को नसीहत दी और उपसभापति हरिवंश सिंह की तारीफ की. सभापति ने कहा कि जो सांसद धरने पर बैठे हैं उनके लिए डिप्टी चेयरमैन खुद सुबह की चाय लेकर गए. यह उनकी मानवता को दिखाता है, यह उनके लोकतांत्रिक मूल्यों को दिखाता है.
रविवार की घटना का जिक्र करते हुए सभापति ने कहा कि उपसभापति को 'गाली' दी गई. उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया, लेकिन उन्होंने कभी सदन में ये बात नहीं की. वेंकैया नायडू ने कहा कि इन सबके बावजूद उपसभापति ने कहा कि जो हुआ उसे जाने दो और सुबह सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे. उन्होंने लोगों के सामने अपनी पूरी बात नहीं कही कि उन्हें कितनी पीड़ा हुई है. ये उनका बड़प्पन है. इसलिए मेरी आप सबसे अपील है कि सदन की मर्यादा को बनाए रखिए.
उपवास पर उपसभापति
उपसभापति हरिवंश रविवार को कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा किए गए व्यवहार के खिलाफ 24 घंटे के लिए उपवास रखेंगे. इसकी जानकारी उन्होंने सभापति एम. वेंकैया नायडू को दे दी है. चिट्ठी में उपसभापति हरिवंश ने लिखा कि 20 सितंबर को उच्च सदन की जो तस्वीर थी, उससे सदन, आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति पहुंची. लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार हुआ. आसन पर बैठे व्यक्ति को डराने की कोशिश हुई. नियम पुस्तिका फाड़ी गई. मुझे लगता है कि मेरे साथ अपमानजनक व्यवहार हुआ, उसके लिए मुझे एक दिन का उपवास रखना चाहिए. शायद उससे सदस्यों के अंदर आत्मशुद्धि का भाव जागृत हो.
पीएम मोदी ने भी की उपसभापति की तारीफ
राज्यसभा के सभापति से पीएम मोदी ने भी उपसभापति की तारीफ की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए. लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई.