
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में चुनावी मोर्चा संभाल लिया है. शनिवार को पीएम ने गोमती के राधाकिशोरपुर में रैली को संबोधित किया और कांग्रेस-वामपंथी दल पर हमला बोला. पीएम ने कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट के लोग देश की जनता के प्रति रत्ती भर भी ईमानदार नहीं हैं. ये लोग एक राज्य में लड़ते हैं और दूसरे राज्य में आकर दोस्ती कर लेते हैं. कांग्रेस और लेफ्ट केरल में कुश्ती करते हैं और त्रिपुरा में आकर दोस्ती कर लेते हैं. इन पर कौन भरोसा करेगा. उनकी बातों पर कौन विश्वास करेगा.
पीएम ने कहा कि अब त्रिपुरा की जनता ने भी ठान लिया है. वामपंथियों ने दशकों तक यहां जो कुशासन दिया है, अब फिर से वो बर्बादी के मंजर नहीं आने देना है. यहां हेलिपैड पर कुछ लोगों से चुनाव के बारे में बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि चुनाव में महिलाएं-बेटियां जमकर वोटिंग करेंगी. क्योंकि पहले यहां माताओं-बहनों और बेटियों का जीवन बहुत मुश्किल था. अकेले घर से बाहर नहीं निकल पाती थी. अत्याचार रेप, परेशानियां सहनी पड़ती थी. बीजेपी की सरकार आने के बाद बहन-बेटियां माथा ऊपर करके सम्मान से जी रही हैं.
'राज्य छोड़कर जाने को मजबूर हो गए थे बच्चे'
प्रधानमंत्री ने पिछले सरकार के कामकाज पर भी हमला बोला और कहा- याद कीजिए, जिन्होंने वर्षों तक त्रिपुरा में शासन किया, उन्होंने क्या हालात पैदा कर दिए थे? स्थानीय गरीब, महिलाओं, नौजवानों का जीना मुश्किल हो गया था, उनके सपने चकनाचूर हो गए थे. बच्चे राज्य छोड़कर बाहर जाने को मजबूर हो गए थे. गांव में रहने वाले लोग हों या कर्मचारी, व्यापारी और कारोबारी... सभी को बिजली-पानी के लिए लोहे के चने चबाने जैसी मशक्कत करनी पड़ती थी. उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिलीं. मोदी ने कहा कि CPM की सरकार में गरीबों का चूल्हा तक नहीं जल पाता था. जिन्होंने पहले दिल्ली-त्रिपुरा में शासन किया, उन्होंने इन सुविधाओं की परवाह नहीं की. जिन्होंने त्रिपुरा को लूटा, गरीबी और अभाव में जीने को मजबूर किया, वे अब साथ आ गए हैं.
'चंदा लेने की आदत गई नहीं है...'
चंदा लेने की आदत जाती नहीं है, वे फिर आ गए. चंदा लेने की आदत गई नहीं है. इसलिए फिर गए. कांग्रेस-लेफ्ट की दोधारी तलवार से सावधान रहना है. त्रिपुरा अब पिछड़ेपन से निकल रहा है. 16 फरवरी को वोट अवश्य दें. आज त्रिपुरा पड़ोसी देश बांग्लादेश को बिजली दे रहा है.
'डबल इंजन की सरकार बनी तो मुफ्त राशन मिल रहा है'
गरीब परिवार को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया. 4 लाख परिवार को नल से जल की सुविधा दी है. वो दिन दूर नहीं, जब 24 घंटे बिजली आएगी और पाइप से पानी पहुंचेगा. मैंने अपने जीवन का बहुत सा समय आदिवासी और जनजातीय परिवारों के बीच गुजारा है. इसलिए उनका दुख और चुनौतियों को समझता है. भाजपा सरकार महिला, जनजातीय और गरीब परिवार का जीवन आसान बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है. पहले यहां सीपीएम की सरकार थी, तब यहां गरीब का चूल्हा नहीं जल पाता था. आपने वामपंथियों को त्रिपुरा से हटाया. डबल इंजन की सरकार बनाई. उसका नतीजा त्रिपुरा का नागरिक देख रहा है. आज लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है. इससे माताओं-बहनों की परेशानी कम हुई है. सीपीएम की चंदा वाली कंपनी गरीब का राशन लूट लेते थे.
'5 साल में त्रिपुरा में 3 लाख गरीबों के पक्के घर बने'
मोदी ने कहा कि जब यहां वामपंथियों की सरकार थी, तब उसे गरीबों के घर बनाने में दिलचस्पी नहीं थी. वो त्रिपुरा के लोगों को घर मिले, ये चाहते ही नहीं थे. पांच साल पहले आपने जब डबल इंजन सरकार बनाई, तब गरीबों के घर बनाने में तेजी आई. पिछले 5 साल में त्रिपुरा में 3 लाख गरीब परिवारों को पक्के घर बनाकर दिए. आज मैं हर गरीब से वादा कर रहा हूं कि जिन गरीबों को पीएम आवास योजना के पक्के घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी भाजपा सरकार बनने के बाद पक्के घर बनाने का काम तेज कर दिया जाएगा. एक भी गरीब को फुटपाथ और झुग्गी-झोपड़ी में जीना ना पड़े, ये संकल्प लेकर हम काम कर रहे हैं.
'जनसमर्थन विरोधियों की नींद उड़ा देगा'
लोगों का अपार जनसमूह दिख रहा है. ये जनसमूह चुनाव के नतीजे पक्का कर रहा है. लोगों का ये जनसमर्थन विरोधियों की नींद उड़ा देगा. बीजेपी ने HIRA का किया वादा निभाया है. त्रिपुरा में हाईवे, रेलवे नेटवर्क पर बीजेपी ने काम किया है. 5 हजार गांवों तक सड़कें पहुंचाईं. गांवों तक 4G नेटवर्क पहुंचाया जा रहा है. वादा है कि फिर सरकार बनने पर विकास और तेज होगा. एक-एक वोट उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेगा.
मोदी ने कहा कि यह भी हमारी ही सरकार है जिसने सामाजिक भत्ते को 500 रुपये से बढ़ा कर 2 हजार रुपये किया है. पहली बार हम अपनी बहनों के लिए विशेष बचत योजना लेकर आए हैं. महिला सम्मान बचत पत्र से महिलाएं 2 लाख रुपये तक की बचत कर सकती हैं.