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PM मोदी ने पंजाब के किसानों को याद दिलाई गुरु नानक की सीख

काशी में पीएम मोदी ने कहा कि आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • वाराणसी ,
  • 30 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:47 PM IST
  • आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं पीएम
  • वाराणसी में देव दीपावली उत्सव का भव्य आयोजन
  • दिल्ली में 5 दिनों से चल रहा है किसान आंदोलन

देव दीपावली उत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. दीप प्रज्ज्वलन के बाद पीएम मोदी ने काशी के लोगों को संबोधित किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने गुरु नानक का जिक्र करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों को उनकी सीख याद दिलाई. 

पीएम ने कहा कि आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं. लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सबकुछ ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है.

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पीएम ने कहा कि काशी सबको, पूरे विश्व को प्रकाश देने वाली है. पथ प्रदर्शन करने वाली है. हर युग में काशी के इस प्रकाश से किसी ने किसी महापुरुष की तपस्या जुड़ जाती है और काशी दुनिया को रास्ता दिखाती है. उन्होंने कहा कि काशी की ये भावना, देव दीपावली की परंपरा का ये पक्ष भावुक कर जाता है. 

राजघाट से विपक्ष पर साधा निशाना 

राजघाट से PM मोदी ने कहा कि 100 साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है. माता अन्नपूर्णा एक बार फिर अपने घर लौटकर वापस आ रही हैं. हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियां, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं. ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं, लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है.

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विपक्ष को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है अपना परिवार और अपने परिवार का नाम. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें. 

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