PM Modi Gujarat Visit Live: पीएम मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में 'सहकार से समृद्धि' विषय पर सहकारिता संस्थानों के नेताओं को संबोधित किया. इसके पहले उन्होंने इफ्को के नैनो यूरिया (लिक्विड) संयंत्र का उद्घाटन किया. बता दें कि गुजरात में इसी साल चुनाव है. बीते चुनाव में पाटीदारों की नाराजगी के कारण बीजेपी 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई थी. इसका सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र में ही देखने मिला था. 56 सीटों में 32 सीटें कांग्रेस को मिली थीं, जबकि 22 सीटें बीजेपी के पाले में गई थीं. ऐसे में पीएम का ये दौरान राजनीतिक लिहाज से भी अहम माना जा रहा है.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी ताकत भरोसा है, सहयोग है. उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल में हम छोटे कारोबारी को भी सशक्त बना रहे हैं. छोटे दुकानदार और व्यापार को भी बराबरी के मौके उपलब्ध कराए जा रहे हैं. गुजरात व्यापार कारोबार की परंपरा से जुड़ा रहा है. पिछले जीतने भी सुधार किए गए हैं वो सभी आपदा को अवसर में बदलने का प्रयास है.
सहकारिता ने गुजरात में महिला स्वावलंबन को बड़ा आयाम दिया है. दुनिया भर में लिज्जत पापड़ बड़ा ब्रांड बन चुका है. हमारी सरकार ने लिज्जत पापड़ वाली माताजी को पद्म का अवार्ड दिया. अमूल के साथ लिज्जत भी ब्रांड बन गया है. सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्ववास के साथ सबका प्रयास के मंत्र पर हम चल रहे हैं. सहकार की सीमाओं की आत्मा के अंदर ये मंत्र हैं. इसी उद्देश्य के साथ केंद्र में सहकारिता के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया गया और कोशिश है कि देश में सहकारिता आधारित आर्थिक मॉडल को प्रोत्साहित किया जाए. हमारा प्रयास है कि सहकारी समितियों को मार्केट में प्रतिस्पर्धी बनाए. बीते सालों में कॉपरेटिव सोसाइटी में टैक्स में भी कटौती की है.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है जिसमें गुजरात की बड़ी हिस्सेदारी है. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भागीदारी भी निभा रहा है. ये कारोबार ज्यादातर हमारी माताएं-बहनें संभालती हैं. भारत के छोटे किसानों और भूमिहीन श्रमिकों के लिए बहुत बड़ा संबल है. बीते दशकों में गुजरात में अधिक समृद्धि देखने को मिली है तो इसका बड़ा कारण डेयरी से जुड़े सहकारिता विभाग रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के सामने जो समस्याएं हैं, ऐसा नहीं है कि ये समस्याएं पहले नहीं थी, लेकिन पहले की सरकारों ने इन समस्याओं पर सीमित प्रयास किया. गुजरात का किसान प्रगतिशील है. जिस प्रकार की खबरें गुजरात से आ रही है कि प्राकृतिक खेती की ओर छोटा किसान भी मुड़ने लगा है. इस पहल के लिए मैं उन्हें प्रणाम करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता में कई मुश्किलों का हल है, ये सफलता के साथ अनुभव किया है. सहकारिता की बात आती है तो वैंकुट भाई मेहता की याद आती है. भारत सरकार उनके नाम पर बड़ा इंस्टीट्यूट चलाती है.
बीते दो सालों में कोरोना और लॉकडाउन के कारण इंटरनेशनल मार्केट में फर्टिलाइजर की कीमत बढ़ गई थी. इसके बाद रूस और यूक्रेन का युद्ध आ गया. कीमतों को और अधिक बढ़ा दिया. किसानों के प्रति संवेदनशील हमारी सरकार ने तय किया कि अंतरराष्ट्रीय स्थितियां चिंताजनक है, कठिनाईयां हैं, मुश्किलें हैं लेकिन हमारी कोशिश है कि ये सब मुसीबतें हम झेलेंगे, किसानों को कोई फर्क नहीं पड़ने देंगे. भारत विदेशों से यूरिया मंगाता है, उसमें यूरिया का 50 किलो को एक बैग 3500 का पड़ता है लेकिन देश में ये बैग सिर्फ 300 रुपए में दिया जाता है. यूरिया के एक बैग पर हमारी सरकार 3200 रुपए का बोझ उठाती है.
भारत फर्टिलाइजर के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर है लेकिन उत्पादन के मामले में हम तीसरे नंबर पर हैं. पहले यूरिया खेत में जाने के बजाए कालाबाजारी का शिकार हो जाता था. किसान लाठियां खाने को मजबूर होता था. जो बड़ी यूरिया की फैक्ट्रियां थी, वो नई टेक्नोलॉजी के अभाव में बंद हो गई थी. 2014 में सरकार बनने के बाद यूरिया के संबंध में काम किया. देश के किसानों को पर्याप्त यूरिया मिलना सुनिश्चित हुआ. बंद पड़े कारखानों को शुरू करने का काम किया है. यूपी तेलंगाना की फैक्ट्रियां शुरू हो चुकी है.
गुजरात के छह गांव चिन्हित किए गए हैं जहां पूरी तरह से कॉपरेटिव व्यवस्थाएं लागू की जाएगी. आज आत्मनिर्भर कृषि के लिए देश के पहले नैनो यूरिया प्लांट के उद्घाटन के दौरान विशेष आनंद की अनुभूति हुई. आज जब किसान यूरिया लेने जाता है तो उस दृश्य की कल्पना कीजिए. अब यूरिया की एक बोरी उसकी जितना ताकत है, वो एक बॉटल में समा गई है. यानी नैनी यूरिया आधा लीटर के बोतल में आ जाएगी जो किसान के एक बोरी यूरिया की जरूरत को पूरा करेगी. उन्होने कहा कि नैनो यूरिया के अन्य आठ प्लांट भी देश में लगाए जाने की तैयारी है.
अमित शाह ने कहा कि आज पूरे देश में गुजरात सहकारी आंदोलन को एक सफल मॉडल माना जाता है. देश भर के सभी राज्यों में गुजरात एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सहकारिता पूरी पारदर्शिता के साथ चलती है. अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक नैनो यूरिया (तरल) संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. इससे हमारी जमीन, पानी बचेगा, वायु प्रदूषण नहीं होगा, हमारे किसान स्वस्थ रहेंगे और परिवहन की कोई आवश्यकता नहीं होगी.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सहकारिता का डेटा बैंक आजतक नहीं था. इसे भारत सरकार तैयारी कर रही है. नए मंत्रालय बनाए जाने के बाद कई क्षेत्रों पारदर्शिता आएगी. अमित शाह ने कहा कि नैनो यूरिया किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने कहा कि ये इतना छोटा होगा कि किसान इसे अपनी जेब में रखकर ले जा सकेगा. इससे ट्रांसपोर्टेशन और श्रम बचेगा.
गांधीनगर में 'सहकार से समृद्धि' कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि हर क्षेत्र में गुजरात ने सहकारिता की आत्मा को बचाए रखा है. सहकारिता आंदोलन में कई कार्यकर्ता जुड़ते गए और आज सरदार पटेल का बोया बीज वटवृक्ष बनकर खड़ा है. उन्होंने कहा कि मैं सहकारिता आंदोलन से जब से जुड़ा हूं. मांग थी कि सहकारिता के लिए केंद्र में अलग मंत्रालय बनाया जाए. एक साल पहले मोदी सरकार ने सहकारिता मंत्रालय की रचना की. मंत्रालय बनने के साथ कई ऐसे निर्णय लिए गए जिसमें चीनी मीलों की समस्या को खत्म किया गया. किसानों को फायदा दिया.
गृहमंत्री अमित शाह द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे हैं. यहां पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण किया.
पीएम ने कहा कि 2001 से पहले यहां केवल 9 मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 1100 सीटें थीं. आज आपको ये जानकर खुशी होगी कि अब यहां कुल 30 निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं और 8 हजार सीटें हैं. हम हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाना चाहते हैं. पीएम ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के माता-पिता भी चाहते हैं कि उनके बच्चे डॉक्टर बनें. लेकिन सबसे पहले एक बात पूछी जाती है कि क्या आप अंग्रेजी जानते हैं, यह अन्याय है... फिर हमने नियम बदल दिए और अब गुजराती शिक्षा पृष्ठभूमि के छात्र भी इंजीनियरिंग और मेडिकल पूरी कर सकते हैं.
PM ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार राष्ट्रसेवा के 8 साल पूरे कर रही है. सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए हमने देश के विकास को नई गति दी है. हमारी सरकार सुविधाओं को शत प्रतिशत नागरिकों तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है. जब हर नागरिक तक सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य होता है तो भेदभाव भी खत्म होता है, भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नहीं होती.
राजकोट में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 26 मई को एनडीए सरकार ने अपने 8 साल पूरे किए हैं. इस दौरान हमारी सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया है, जिससे जनता को सिर झुकाना पड़े. 6 करोड़ परिवारों को नल से जल दिया है. गरीबों की गरिमा सुनिश्चित की गई है. 3 करोड़ से ज्यादा गरीबों को घर दिए गए हैं. किसानों के खाते में सीधे पैसा जमा किए गए हैं. जब कोरोना के दौरान इलाज की जरूत बढ़ी तो हमने टेस्टिंग तेज कर दी. जब वैक्सीन की जरूरत आई तो हमने फ्री उपलब्ध कराया. आपने मुझे जो संस्कार और शिक्षा दी, समाज के लिए जीने की बातें सिखाई, उसकी की बदौलत मैंने मातृभूमि की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट के अटकोट में नवनिर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल उद्घाटन कर दिया है. ये अस्पताल 40 करोड़ की लागत से बना है. थोड़ी देर में पीएम यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकोट पहुंच चुके हैं. थोड़ी देर में वो अटकोट में वो नवनिर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का शुभारंभ करेंगे. आज गृहमंत्री अमित शाह भी गुजरात में हैं. वो जामनगर पहुंचे हैं.
यह पूरा कार्यक्रम इसलिए भी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि इस कार्यक्रम की शुरुआत में जब इसका न्यौता दिया गया तो पाटीदार सामाजिक अग्रणी नरेश पटेल का नाम इस कार्ड में नहीं था, ना ही खोडलधाम संस्थान लेउवा पटेल की कुलदेवी के मंदिर के अध्यक्ष का. इस पर विवाद होने के बाद खुद बीजेपी के उपाध्यक्ष भरत बोधरा ने कहा था कि वो नए कार्ड छपवाएंगे और इनका नाम शामिल किया जाएगा, लेकिन न्योते में सिर्फ पाटीदारों की कुलदेवी खोडलधाम संस्थान को ही रखा गया.
प्रधानमंत्री आज राजकोट के जसदान तालुका में अटकोट गांव में 40 करोड़ की लागत से बने 200 बेड वाले मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की सौगात देने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री अस्पताल के उद्घाटन के साथ-साथ पाटीदारों को भी संबोधित करेंगे. पाटीदार नेता परेश गजेरा कहना है कि प्रधानमंत्री की इस रैली में 3 लाख से भी ज्यादा पाटीदार हिस्सा लेंगें, जिसे प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे.
नरेंद्र मोदी का ये दौरा सौराष्ट्र की राजनीति के लिए खास माना जा रहा है. बता दें कि गुजरात में इसी साल चुनाव है. बीते चुनाव में पाटीदारों की नारजागी के कारण 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई थी. इसका सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र में ही देखने मिला था. 56 सीटों में 32 सीटें कांग्रेस को मिली थीं, जबकि 22 सीटें बीजेपी के पाले में गई थीं. ऐसे में पीएम का ये दौरान राजनीतिक लिहाज से भी अहम माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर रहेंगे. राजकोट के अटकोट में सुबह करीब 10 बजे वो नवनिर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का शुभारंभ करेंगे. अस्पताल के उद्घाटन के बाद पीएम यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी शाम चार बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सहकार से समृद्धि विषय पर सहकारिता संस्थानों के नेताओं को भी संबोधित करेंगे. इसके बाद इफ्को के नैनो यूरिया (लिक्विड) संयंत्र का उद्घाटन करेंगे.