
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीआरएस और केसीआर पर दिए गए बयान को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले महीने एक रैली में उन्होंने जो कहा था कि बीआरएस का मतलब "बीजेपी रिश्तेदार समिति", उसे पीएम मोदी ने खुले तौर पर स्वीकार कर लिया है. दरअसल, तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने एनडीए में शामिल होने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था.
इसको लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी और बीआरएस के बीच पार्टनरशिप ने राज्य को बर्बाद कर दिया है. राहुल ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज मोदी जी ने खुले तौर पर मेरी बात स्वीकार कर ली - बीआरएस का मतलब बीजेपी रिश्तेदार समिति है. उन्होंने कहा, बीजेपी-बीआरएस साझेदारी ने पिछले 10 वर्षों में तेलंगाना को बर्बाद कर दिया है. लोग बुद्धिमान हैं और उनके खेल को समझ गए हैं. इस बार वे दोनों को खारिज कर देंगे और छह गारंटी वाली कांग्रेस सरकार बनाएंगे."
पीएम मोदी ने रैली में केसीआर पर साधा था निशाना
बता दें कि तेलंगाना के निजामाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने 2020 में हैदराबाद नगर निगम चुनाव के बाद बीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के मुख्यमंत्री चेंद्रशेखर राव के एनडीए में शामिल होने के अनुरोध को उनके कर्मों का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया था.
पीएम मोदी ने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनावों से पहले, राव धूमधाम से उनका स्वागत करने और बहुत सम्मान दिखाने के लिए हवाई एयरपोर्ट पर आते थे. लेकिन, यह अचानक रुक कैसे गया... अचानक इतना गुस्सा क्यों? इसकी वजह यह है कि हैदराबाद चुनाव के बाद वह मुझसे मिलने दिल्ली आए. उन्होंने मुझे एक सुंदर शॉल दिया और सम्मानित किया. उन्होंने इतना प्यार दिखाया. लेकिन यह केसीआर का चरित्र नहीं था."
'मैंने एनडीए में केसीआर की एट्री को अस्वीकार कर दिया'
पीएम ने कहा, "फिर, उन्होंने मुझसे कहा कि देश आपके नेतृत्व में प्रगति कर रहा है. हम भी एनडीए का हिस्सा बनना चाहते हैं. हमें एनडीए का हिस्सा बनाओ. मैंने कहा कि आगे क्या? हैदराबाद नगर निगम में हमारा समर्थन करें. मैंने केसीआर से कहा, आपके कर्म ऐसे हैं कि मोदी आपसे जुड़ नहीं सकते. मैंने एनडीए में केसीआर की एंट्री को अस्वीकार कर दिया है, भले ही इसका मतलब जीएचएमसी में विपक्ष में बैठी बीजेपी हो.
17 सितंबर को राहुल ने दिया था ये बयान
गौरतलब है कि 17 सितंबर को, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हैदराबाद के पास एक रैली को संबोधित करते हुए बीआरएस को 'बीजेपी रिश्तेदार समिति' करार दिया था और दावा किया था कि जब विपक्षी नेताओं पर सरकारी एजेंसियों द्वारा हमला किया जा रहा था, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और एआईएमआईएम नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अपना मानते हैं. कांग्रेस सिर्फ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से ही नहीं, बल्कि बीजेपी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से भी लड़ रही है.
उन्होंने कहा था, "वे एक-दूसरे को अलग-अलग पार्टियां कहते हैं लेकिन वे मिलीभगत से मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कृषि कानूनों, जीएसटी और राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति के चुनावों में बीजेपी को सपोर्ट देने को लेकर कहा कि मैंने लोकसभा में बीआरएस सांसदों को देखा है. जब बीजेपी को उनकी जरूरत थी, तो उनके (बीआरएस) लोगों ने इसका समर्थन किया. जब भी भाजपा को मदद की जरूरत पड़ी, बीआरएस ने समर्थन दिया."