
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. कुछ महीने पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया था और इसके बाद किशोर ने विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठकें की थी. माना जा रहा है कि मंगलवार दोपहर चली लगभग दो घंटे की इस बैठक में पंजाब चुनाव पर चर्चा हुई. इस बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ हरीश रावत और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे.
जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी को लखनऊ जाना था. लेकिन उनका लखनऊ का दौरा 2 दिन के लिए टल गया है. सूत्रों की माने तो पंजाब को लेकर पार्टी में कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. इससे पहले प्रशांत किशोर कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिले थे.
प्रशांत किशोर राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनावी रणनीति तैयार करते हैं. इससे पहले वह पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस पार्टी) के लिए रणनीतिकार के तौर पर काम कर रहे थे. ये उनकी रणनीति का ही नतीजा है कि टीएमसी को 213 सीटें मिली, वहीं बीजेपी को 77 सीटें.
और पढ़ें- 'मेरे विजन को हमेशा AAP ने पहचाना', सिद्धू के बयान ने बढ़ाया पंजाब का सियासी पारा
जबकि ज्यादातर चुनावी विश्लेषक बीजेपी और टीएमसी के बीच कड़े टक्कर की भविष्यवाणी कर रहे थे. प्रशांत किशोर ने चुनाव पूर्व कहा था कि अगर बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटें आई तो वह अपना काम छोड़ देंगे.
इससे पहले वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार से भी कई बार मुलाकात कर चुके हैं. प्रशांत किशोर की रणनीतिक कामयाबी को देखते हुए शरद पवार चाहते हैं कि वो उनकी मदद करें. तब ये कहा जा रहा था कि 2024 चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चेबंदी की तैयारी है.
बता दें, प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की और तमिलनाडु में डीएमके गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभा चुके हैं.