
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिरसा मुंडा की जयंती पर आज झारखंड पहुंचे हैं. बुधवार सुबह पीएम मोदी ने रांची में बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क और संग्रहालय का दौरा किया. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी आज केंद्र सरकार की 9 साल की उपलब्धियों और गरीब कल्याण योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए खूंटी जिले के उलिहातु गांव पहुंचेंगे. यहां पीएम मोदी 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' को हरी झंडी दिखाकर उसकी शुरुआत करेंगे. बता दें कि आजादी के बाद पहली बार कोई केंद्र सरकार उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए सरकारी यात्रा निकाल रहीं है. इसके साथ ही पीएम मोदी आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के जन्मस्थान का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री भी हैं.
सीनियर अधिकारी करेंगे मॉनिटरिंग
मोदी सरकार की ये संकल्प यात्रा 25 जनवरी तक देशभर के सभी जिलों से होकर गुजरेगी. इस यात्रा में केंद्रीय मंत्री, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल शामिल होंगे. यात्रा का संचालन और मॉनिटरिंग केंद्र सरकार के सीनियर अधिकारी करेंगे.
दो महीने तक चलेंगी दो हजार वैन
यात्रा के जरिए पूरे देश में जनता को आयुष्मान भारत, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम आवास योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, पीएम किसान सम्मान, जल जीवन मिशन, जन धन योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम प्रणाम और पीएम पोषण अभियान और करीब कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही इन योजनाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है, इसकी जानकारी भी दी जाएगी. यात्रा के दौरान देश भर में 3 हजार वैन दो महीने तक चलेंगी.
15 हजार शहरी स्थानों को करेगी कवर
यह यात्रा देश के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों और 15 हजार शहरी स्थानों को कवर करेगी. इसका उद्देश्य यह है कि अगर मोदी सरकार की गरीब कल्याणकारी योजनाओं से कोई परिवार या कोई व्यक्ति वंचित रह गया हो तो सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें भी योजनाओं का लाभ मिल सके.
जमीनी स्तर पर प्रचार चाहती है BJP
सूत्रों की माने तों मोदी सरकार इस यात्रा के द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव से अपनी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार जमीनी स्तर तक बताना चाहती है. यात्रा के दौरान योजनाओं का फीडबैक भी लिया जाएगा, ताकि पता चल सके कि सांसद, विधायक और पार्टी संगठन इन्हें कितना धरातल पर उतार पाया है. यात्रा के फीडबैक का 2024 के लोकसभा के चुनाव की रणनीति बनाने में उपयोग किया जा सकता है.