
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए. वहीं देशभर में कांग्रेस नेताओं ने इसके विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. साथ ही बीजेपी सरकार के खिलाफ दमनकारी नीति के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी. इस दौरान दिल्ली में 459 कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस हिरासत में ले लिया. इसके अलावा पुलिस ने कांग्रेस के सांसदों और विधायकों को नजरबंद करेगी.
अधीर रंजन, खड़गे जैसे नेता भी हिरासत में
पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत लोकसभा के 15 सांसदों और राज्य सभा के 11 सांसदों और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और 5 विधायक को भी हिरासत में लिया. पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेताओं, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को कानून का पालन न करने और पुलिस के निर्देशों को न मानने पर हिरासत में लिया गया.
हालांकि इनमें शामिल सभी महिला कार्यकर्ताओं और अन्य कार्यकर्ताओं को बाद में छोड़ दिया गया. इसके अलावा दिल्ली में कुछ जगहों पर धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिए गए नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी की जाएगी.
लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद में भी हुई कार्रवाई
इसके अलावा लखनऊ, अहमदाबाद और चंडीगढ़ में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. मुंबई में प्रदर्शन कर रहे 75 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था. वो सभी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ईडी दफ्तर तक प्रदर्शन कर रहे थे. हालांकि बाद में सभी को छोड़ दिया गया.
मोदी सरकार ने अघोषित आपातकाल लगाया : कांग्रेस
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी के विरोध में पार्टी के 'सत्याग्रह' को रोकने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने नई दिल्ली के इलाके में अघोषित आपातकाल लगा दिया है. पुलिस ने कांग्रेस के बहुत सारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है और कई नेताओं को नजरबंद कर दिया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 10 घंटे से ज्यादा से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के अलग-अलग थानों में बंद हैं. उन्होंने लिखा- न एफआईआर, न जुर्म, न कसूर, मोदी सरकार बनी देश के लिए बनी नासूर, जान लें, न झुकेंगे, न रुकेंगे...
चिदंबरम को फ्रैक्चर, प्रमोद तिवारी के सिर की लगी चोट
रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया है कि पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के साथ बदसलूकी की है. उसके साथ मारपीट की गई है. सुरजेवाला लिखते हैं कि मोदी सरकार बर्बरता की हर हद पार कर गई. पूर्व गृह मंत्री पी.चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई, चश्मा जमीन पर फेंका, उनकी बायीं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है. सांसद प्रमोद तिवाड़ी को सड़क पर फेंका गया. सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है. क्या यह प्रजातंत्र है?
अधीर रंजन चौधरी ने भी पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगा दिया है. कुछ दूसरे नेता भी इस संघर्ष में चोटिल हुए हैं, लेकिन पुलिस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि किसी भी कार्यकर्ता या नेता के खिलाफ बल प्रयोग नहीं किया गया.
वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक
सूत्रों के मुताबिक 13 जून की रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी से पूछताछ और देशभर में हुए प्रदर्शन को लेकर के चर्चा की. दिल्ली में पार्टी कार्यालय में हुई इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत रघु शर्मा, मुकुल वासनिक, राजीव शुक्ला, अजय माकन, टीएस सिंह देव सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने शामिल हुए.