
दिल्ली नगर निगम चुनावों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (5 मार्च) अहम बैठक की. ये बैठक करीब दो घंटे चली, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. बैठक में तय हुआ कि दिल्ली कांग्रेस के सभी पदाधिकारी एक साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे. इस बार पार्टी भ्रष्टाचार, सफाई जैसे मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी.
वहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह के मुताबिक, दिल्ली कांग्रेस की मेंबरशिप ड्राइव चल रही है और उम्मीदवारों का चयन पहली बार कार्यकर्ता करेंगे. अब तक करीब 1100 से ज्यादा उम्मीदवारों ने कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है. इधर, दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को डिजिटल मेंबरशिप अभियान के तहत जोड़ा गया है. इनका उम्मीदवारों के चयन में अहम रोल होगा.
ये बैठक राहुल गांधी के आवास पर हुई, जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी, अजय माकन, जय प्रकाश अग्रवाल ,देवेंद्र यादव, हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया, केसी वेणुगोपाल, दिल्ली कांग्रेस उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त, अली मेहंदी, जय किशन शामिल हैं.
बता दें कि अप्रैल में दिल्ली नगर निगम का चुनाव होना है. इसके लिए तारीखों का ऐलान मार्च में ही होना है. दिल्ली के तीनों नगर निगमों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का कार्यकाल अप्रैल के महीने में समाप्त हो रहा है और उससे पहले दिल्ली के 272 वार्ड के लिए चुनाव होने हैं.
दिल्ली नगर निगम के चुनाव पूरे देश के सबसे बड़े निगम चुनावों में से एक होते हैं. इन चुनाव में दिल्ली के 70 विधानसभाओं में से 2 विधानसभाओं को छोड़कर 68 विधानसभा के वोटर वोट डालते हैं. जिन दो विधानसभाओं को दिल्ली नगर निगम में शामिल नहीं किया गया है वो हैं नई दिल्ली विधानसभा और दिल्ली कैंट विधानसभा. इसलिए नगर निगम चुनाव भी लगभग पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तरह कराने पड़ते हैं.