
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में फर्क की बात कहे जाने के बाद विवाद हो गया है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से संबित पात्रा और गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को घेरा है. संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी ने हिंदू धर्म पर हमला किया है. वहीं गिरिराज सिंह ने कहा कि विदेशों से ज्ञान लेकर भारत को समझना कठिन है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि हिंदू धर्म पर प्रहार गांधी परिवार का चरित्र है. पात्रा बोले कि Wikileaks से जानकारी मिली है कि राहुल गांधी ने कहा था कि भारत को आतंकवाद से बड़ा खतरा हिंदुओं से है.
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब (sunrise after ayodhya) पर मचे बवाल पर पात्रा ने कहा कि ये किताब संयोग नहीं प्रयोग है. आगे पुराने बयानों का हवाला देते हुए पात्रा ने आरोप लगाया कि राहुल ने मंदिर जाने वालों को लफंगा कहा था. कहा गया कि शशि थरूर ने हिंदू तालिबान, पी चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था.
हिंदू धर्म को छोड़कर पार्टी में प्यार फैलाएं राहुल, बोले पात्रा
संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि राहुल गांधी हिंदू धर्म को छोड़कर पार्टी में प्यार फैलाने की कोशिश करे. उन्होंने कहा कि जी-23 वालों नेताओं (कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं का गुट) से प्यार से बातें कर लें. राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच प्यार की भाषा का इस्तेमाल करें. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सब ठीक नहीं है, थोड़ा प्यार वहां दिखाएं. इसी तरह पात्रा ने आगे पंजाब में गहराए कांग्रेस संकट का जिक्र किया और बोले कि वहां प्यार की जरूरत है.
इससे पहले गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत पूरी दुनिया में विश्व गुरु और सनातन धर्म के नाम से जाना गया है. विदेश से ज्ञान लेकर भारत को समझना कठिन होगा. सांसद गिरिराज बोले कि हिंदुत्व को समझना है तो भारतवर्ष और सनातन धर्म को समझना होगा, साथ ही सनातन धर्म के वसुधैव कुटुंबकम को समझना होगा, उसके बाद वह संघ को समझ पाएंगे.
राहुल गांधी ने क्या कहा था
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि बीजेपी हिन्दुत्व की बात करती है. हम कहते हैं कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में फर्क है क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता. उन्होंने आगे कहा था कि हिन्दुस्तान में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की. आज के हिन्दुस्तान में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने, भाईचारे और प्यार की है. राहुल ने ये बातें कांग्रेस के डिजिटल कैंपेन के उद्घाटन कार्यक्रम में कही थीं.
बीजेपी के हमलों पर कांग्रेस नेता मीम अफजल ने भी पलटवार किया है. वह बोले उन्होंने कहा कि बीजेपी इसपर तिलमिलाएगी ही क्योंकि राहुल ने उनकी बुनियादी विचारधारा पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.
वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा कि राहुल ने जो कहा वह ठीक है. वह बोले कि भाजपा या संघ परिवार धार्मिक होता तो कभी भी सावरकर का नाम नहीं लेता क्योंकि सावरकर खुद नास्तिक हैं. Hinduism एक धर्म है और नास्तिक लोग धर्म के बारे में बात नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि सावरकर ने लिखा था की हिंदुत्व कोई धार्मिक नहीं एक राजनीतिक विचारधारा है. और जो हिंदुत्व के खिलाफ है, तो यह नहीं समझना है कि ये हिंदू धर्म के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि हिंदुत्व को गोवलकर, हेडगेवार और सावरकर ने फॉले किया था, वहीं हिंदू धर्म को विवेकानंद, महात्मा गांधी और परमहंस ने फॉलो किया था और यही दोनों में फर्क है.