
कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही अमेरिका के दौरे पर जाएंगे. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के मुताबिक राहुल जून के पहले सप्ताह में अमेरिका जाएंगे और 4 जून को न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे. एक सप्ताह से ज्यादा समय तक चलने वाली यात्रा के दौरान राहुल गांधी वॉशिंगटन डीसी और लॉस एंजिल्स भी जा सकते हैं. न्यूयॉर्क में राहुल के 4 जून को होने वाले आयोजन के लिए अभी कार्यक्रम स्थल तय नहीं हुआ है. इस सप्ताह स्थान तय होने की संभावना है. अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल विश्वविद्यालय के छात्रों से भी बातचीत कर सकते हैं.
इससे पहले मार्च में राहुल ब्रिटेन दौरे पर पहुंचे गए थे. यहां उन्होंने कैम्ब्रिज समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. राहुल गांधी के ब्रिटेन दौरे पर दिए गए बयानों को लेकर भारत में राजनीतिक घमासान मच गया था. इस मुद्दे पर कांग्रेस और सत्ताधारी बीजेपी आमने-सामने आ गए थे. जहां बीजेपी राहुल से माफी मांगने के लिए कह रही थी, तो वहीं कांग्रेस ने भी साफ कर दिया था कि राहुल के बयान पर माफी का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता.
राहुल के किस बयान पर हुआ था बवाल?
राहुल ने लंदन में जर्नलिस्ट एसोसिएशन नाम के संगठन की ओर से आयोजित कार्यकम में कहा था, 'यदि यूरोप से तीन या 4 गुना बड़े देश में लोकतंत्र खत्म हो जाता है, तो आप कैसे रिएक्ट करेंगे. असल में भारत में ऐसा हो चुका है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है. इसकी वजह यह है कि कारोबार और पैसे का मामला है. अमेरिका से आबादी में तीन से 4 गुना बड़े देश में लोकतंत्र समाप्त हो रहा है और इसकी रक्षा करने का दावा करने वाले अमेरिका और यूरोप चुपचाप देख रहे हैं.' राहुल ने कहा था, विपक्ष के तौर पर हम लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन यह अकेले भारत की जंग नहीं है. यह पूरे लोकतंत्र का एक संघर्ष है. राहुल के इसी बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा था.
पीएम मोदी ने भी साधा था निशाना
राहुल गांधी के बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी पर निशाना साधा था. पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना कहा था, लंदन से भारत पर टिप्पणी करने वालों का समर्थन न करें. भारत सिर्फ सबसे बड़ा लोकतंत्र नहीं है, यह लोकतंत्र की जननी है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि लंदन में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाए गए. कुछ लोग लगातार भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठा रहे हैं. दुनिया की कोई ताकत भारत के लोकतंत्र को नुकसान नहीं पहुंचा सकती.
RSS ने भी दी थी नसीहत
राहुल ने ब्रिटेन में RSS की आलोचना की थी. उन्होंने RSS की तुलना आतंकी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी. इस पर संघ के नेता दत्तात्रेय होसबले ने राहुल को नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था,'वे अपने राजनीतिक एजेंडे से चलते हैं. हमारी और उनकी कोई तुलना नहीं है. वे संघ के बारे में बोल रहे हैं, तो मैं बस इतना ही कहूंगा कि उन्हें अधिक जिम्मेदारी से बयान देने चाहिए और वास्तविकता को देखना चाहिए.'