
Rakesh Tikait Vs Modi government on Bank Privatisation: केंद्र सरकार तीन कृषि कानून (3 Farm law) वापस लेकर बैकफुट पर पहुंच गई है. लेकिन किसान नेता इस बात पर अब भी लामबंद हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सरकार कानून बनाए.
वहीं किसान किसानों के खिलाफ दर्ज केस, केंद्रीय मंत्री टेनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी किसान संगठनों द्वारा की जा रही है. इसी बीच अब राकेश टिकैत अब बैंकों के निजीकरण पर सरकार को घेरने वाले हैं. वहीं सरकार ने इस मामले में राकेश टिकैत को नसीहत दी है. सरकार ने टिकैत के उसके इस बयान पर कहा कि आप किसानों की बात करें, बाकी सरकार देख लेगी. यानि कुल मिलाकर अब बैंकों के निजीकरण पर राकेश टिकैत सरकार पर हल्ला बोलेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश उन्होंने बाकायदा इसके खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है. राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार से पहले ही कह दिया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा. राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा कि 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है. निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा कि आपकी मांगें पूरी हो गई हैं, आप किसानों की बात करो. सरकार कैसे चलानी है और नीतियों के जो फैसले लेने हैं वो सरकार लेगी.