Advertisement

BKU से निकलकर क्यों बनाया अलग संगठन, नए अध्यक्ष राजेश चौहान ने गिनाए ये कारण

भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के नाम से नया संगठन बना है. राजेश चौहान इसके नए अध्यक्ष बनाए गए हैं. अब राकेश टिकैत वाले गुट से BKU के कई नेता अलग हो गए हैं. भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले नया संगठन काम करेगा.

राजेश चौहान, राकेश टिकैत राजेश चौहान, राकेश टिकैत
संतोष शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 15 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:06 PM IST
  • 'हम अराजनैतिक लोग हैं'
  • 'राकेश टिकैत, नरेश टिकैत का स्वागत'

भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ हो गया है. अब राकेश टिकैत वाले गुट से BKU के कई नेता अलग हो गए हैं. भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले नया संगठन काम करेगा. राजेश सिंह चौहान को भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) का नया अध्यक्ष बनाया गया है. आखिर इसकी वजह क्या रही, क्यों अलग संगठन बनाया गया. इस पर नए अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने कई जरूरी बातें बताईं.

Advertisement

उन्होंने कहा, हमारे नेता महात्मा टिकैत ने कहा था हम अराजनैतिक हैं. किसी भी राजनीतिक गतिविधि में हमारे नेता भाग नहीं लेंगे, लेकिन 13 महीने के आंदोलन के बाद जब 2022 का चुनाव आया तो हमारे नेता राकेश टिकैत जी ने एक दल विशेष का घूम कर प्रचार किया, और एक दल विशेष को टारगेट किया. जो हमारे सिद्धांतों के विपरीत था.

ये भी पढ़ें: 'BKU में टूट के लिए सरकार जिम्मेदार', राकेश टिकैत बोले- राजेश चौहान को नोटिस ने डरा दिया

'हम अराजनैतिक लोग हैं'
चौहान ने कहा, हमने टिकैत को फोन करके भी कहा कि यह निर्णय गलत है हम अराजनैतिक लोग हैं. यह सब बातें महात्मा टिकैत के सिद्धांतों के विपरीत हो रही हैं इसको वापस लिया जाए. लेकिन उन्होंने हमारी बात नही मानी.

नए अध्यक्ष ने कहा, उस संगठन में राजेश सिंह चौहान जैसे 33 साल के कार्यकर्ता थे, लेकिन कार्यकारिणी में परिवार के लोगों का नाम डाला गया, कार्यकारिणी में हम लोग आम कार्यकर्ता है ही नहीं.

Advertisement
संगठन में ये सदस्य शामिल

'राकेश टिकैत, नरेश टिकैत का नए संगठन में स्वागत'
नए अध्यक्ष ने कहा, उस संगठन में राजेश सिंह चौहान जैसे 33 साल के कार्यकर्ता थे, लेकिन कार्यकारिणी में परिवार के लोगों को नाम डाला गया कार्यकारिणी में हम लोग आम कार्यकर्ता है ही नहीं. हमने किसी को अलग नहीं किया है. हमने किसान हित में और संगठन को बचाने के लिए महात्मा टिकैत के सिद्धांतों को बचाने के लिए यह निर्णय लिया है. अगर राकेश टिकैत और नरेश टिकैत हमारे साथ आना चाहते हैं तो स्वागत है, लेकिन वह महात्मा टिकैत के सिद्धांतों के साथ आएं.

ये भी पढ़ें: BKU में टिकैत भाइयों के खिलाफ खुली बगावत, राजेश चौहान की अगुवाई में बना नया संगठन

'चेहरा बनकर संगठन को गिरवी रखा गया'
उन्होंने कहा कि हमारे नेतागण विपक्ष का चेहरा बनकर संगठन को गिरवी रखने का काम कर रहे हैं जिसका मैं विरोधी था, विरोधी रहूंगा? जो भी हमारी नाराजगी हुई वह चुनाव को लेकर हुई. इस चुनाव में हमें किसी तरह का भाग नहीं लेना चाहिए था.

चौहान ने कहा, हमने चुनाव में भाग न लेने के सिद्धांत पर कई बार बात की लेकिन बात नहीं मानी गई, तो जिस घर में सम्मान ना हो वहां से अलग हो जाना ही ठीक है. उन्होंने कहा, कई बड़े पदाधिकारी हमारे साथ हैं. बड़ा और मजबूत धड़ा हमारे साथ है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement