
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के साथ-साथ आज शुक्रवार को तीन नए कृषि कानूनों का एक साल भी पूरा हो गया है. इसपर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आंदोलन को चाहे 10 साल हो जाएं, कृषि कानूनों की वापसी तक वे लोग यहां से नहीं जाएंगे.
राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि जन्मदिन पर उनको पीएम मोदी से कोई तोहफा या भीख नहीं चाहिए, बस अपना हक चाहिए. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'सरकार कह रही है कि 18 महीने तक हम कानूनों लागू नहीं करेंगे तो हम और 6 महीने इंतजार कर लेते हैं. कहां हम वापस घर जाएं और फिर यहां पर आएं.' टिकैत ने आगे दावा किया कि गांवों में मंडियां बिकने लगी हैं और एमएसपी की गारंटी नहीं है और काफी सस्ता अनाज बिक रहा है.
पीएम ने नहीं चाहिए कोई गिफ्ट या भीख - टिकैत
टिकैत ने आगे कहा, 'हमें प्रधानमंत्री से कोई तोहफा थोड़ी चाहिए, हम कोई भीख भी नहीं मांग रहे हैं. जो हमारा हक है वह दे दो. हम जन्मदिन पर दान पुण्य करने की उम्मीद नहीं रख रहे हैं, बस हमें अपना हक दो.' टिकैत बोले कि जन्मदिन पर पीएम मोदी को कम से कम उन किसानों को याद कर लेना चाहिए जो किसान आंदोलन के दौरान 'शहीद' हुए हैं.
किसान नेता ने आगे यह भी पूछा कि अगर कृषि कानूनों के लिए पीएम को जिम्मेदार नहीं ठहराएंगे तो क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ठहराएंगे? वह बोले कि जिसकी सरकार होगी उसको ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
फंडिंग के आरोपों पर दी सफाई
BKU नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदेलन कर रहे किसानों पर आरोप लगता है कि उनको फंडिंग हो रही है. लेकिन वहां टेंट तक फटे हुए हैं. टिकैत बोले, 'कोई भला आदमी देखेगा तो हमारे टेंट बदलवा देगा.' टिकैत ने कहा कि अगर सर्दी तक समाधान नहीं हुआ तो किसान फिर अपना इंतजाम करेंगे लेकिन वापस नहीं जाएंगे.