
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने लोगों से बुधवार को 9 बजे 9 मिनट पर घर की लाइट बंद कर मोमबत्ती, टॉर्च आदि जलाने की अपील की थी. आरजेडी की इस मुहिम को कांग्रेस, सपा का समर्थन मिला है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मोमबत्ती जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरजेडी की इस मुहिम के बहाने मोदी सरकार पर हमला बोला.
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि आज आने वाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया. सियासत के आसमान पर रोशनी से इंकलाब लिख दिया. सपा नेता आगे लिखते हैं कि आज युवाओं ने बीजेपी के शासनकाल की उलटी गिनती की शुरूआत कर दी है. हमने नौजवानों की खातिर मोमबत्तियां जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे.
इससे पहले अखिलेश ने कहा कि आइए युवाओं व उनके परिवार की बेरोजगारी-बेकारी के इस अंधेरे में हम आज रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए बत्तियां बुझाकर क्रांति की मशाल जलाएं, उनकी आवाज में आवाज मिलाएं.
वहीं, प्रियंका गांधी ने लिखा कि देश के युवाओं को रोजगार चाहिए. उनकी रुकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग, परीक्षाओं की डेट, नई नौकरियों की नोटिफिकेशन, सही भर्ती प्रक्रिया और ज्यादा से ज्यादा नौकरियां चाहिए. इसके बदले सरकार कोरे भाषण, लाठियां और उपेक्षा देती है. आखिर कब तक?
पटना में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और पार्टी कार्यकर्ताओं ने लालटेन जलाया. बता दें कि लालटेन आरजेडी का चुनाव चिह्न भी है.
आरजेडी ने की थी अपील
मंगलवार को आरजेडी की ओर से ट्वीट किया गया कि 9 सितंबर याद है ना, बिहार की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, याद है ना? अगर लालटेन नहीं है तो मोमबत्ती या दीया जलाएं, लाइट बंद करके जलाएं. बिहार की सबसे बड़ी सेवा है अहंकारी सरकार को नींद से जगाना, ज्वलंत मुद्दों को उठाना, याद है ना?