
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की भारतीय राज्य से लड़ाई वाले बयान पर विवाद छिड़ गया है. भाजपा ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का सच उनके अपने नेता ने ही लोगों के सामने रख दिया है. बीजेपी अध्यक्ष का कहना है कि कांग्रेस का इतिहास उन सभी ताकतों को प्रोत्साहित करने का रहा है जो कमजोर भारत चाहते हैं.
दरअसल, बुधवार को राहुल गांधी ने नए कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला और उन पर देश के सभी संस्थानों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है.
क्या बोले राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने कहा, "यह मत सोचो कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं. इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है. यदि आप मानते हैं कि हम बीजेपी या आरएसएस नामक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं तो आप समझ नहीं पाएंगे कि क्या हो रहा है. भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश की हर एक संस्था पर कब्जा कर लिया है. अब हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं."
इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह दलितों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ी जातियों और आदिवासियों का मुंह बंद करके देश की आवाज को कुचलना चाहते हैं.
जेपी नड्डा ने साधा निशाना
राहुल गांधी की इन्हीं टिप्पणियों के बाद विवाद छिड़ गया है, जिसको लेकर भाजपा हमलावर है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस सांसद पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का घिनौना सच अब उनके ही नेता ने उजागर कर दिया है. मैं राहुल गांधी को ये स्पष्ट रूप से कहने के लिए 'प्रशंसा' करता हूं कि देश क्या जानता है-कि वह भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं!.
उन्होंने आगे कहा कि यह कोई रहस्य नहीं है कि राहुल और उनके पारिस्थितिकी तंत्र का शहरी नक्सलियों और डीप स्टेट के साथ मजबूत संबंध है जो भारत को बदनाम करना, नीचा दिखाना और अपमानित करना चाहते हैं. उनकी बार-बार की हरकतों ने भी इस विश्वास को मजबूत किया है. उन्होंने जो कुछ भी किया या कहा है वह भारत को तोड़ने और हमारे समाज को विभाजित करने की दिशा में है.
'भारत को कमजोर करना चाहते हैं'
उन्होंने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि कांग्रेस का इतिहास उन सभी ताकतों को प्रोत्साहित करने का रहा है जो कमजोर भारत चाहते हैं. सत्ता के लिए उनके लालच का मतलब देश की अखंडता से समझौता करना और लोगों के विश्वास को धोखा देना था. लेकिन भारत की जनता समझदार है. उन्होंने तय कर लिया है कि वे राहुल गांधी और उनकी सड़ी-गली विचारधारा को हमेशा खारिज करेंगे.
राहुल गांधी पर हमला करने वालों में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी शामिल थीं.
अमित मालवीय ने बोला हमला
अमित मालवीय ने अरबपति अमेरिकी-हंगेरियन निवेशक का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा, 'राहुल गांधी ने अब भारतीय राज्य के खिलाफ खुले युद्ध की घोषणा कर दी है. यह सीधे तौर पर जॉर्ज सोरोस की कहानी है.' भाजपा ने कई मौकों पर कांग्रेस पर सरकार को अस्थिर करने के लिए सोरोस के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है.
बचाव में उतरे सचिन पायलट
वहीं, राहुल गांधी पर चौतरफा हमले के बाद कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने उनका बचाव किया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता में गिरावट हुई है.
पायलट ने कहा कि "आप सभी जानते हैं कि केंद्र संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने के लिए रणनीतिक तरीके से काम कर रहा है. हम चाहते हैं कि पारदर्शिता और जवाबदेही तय की जाए. हमें उन सवालों के जवाब मिलने चाहिए जो हम संसद के अंदर और बाहर पूछते हैं. सभी संवैधानिक संस्थाओं को ऐसा करना होगा.