
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल से बाहर आए शिवसेना नेता संजय राउत ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की इच्छा जाहिर कर दी है. आजतक को दिए इंटरव्यू में संजय राउत ने अपनी आगे की रणनीति पर विस्तार से बात की है. उनकी तरफ से शिवसेना के भविष्य पर भी रोशनी डाली गई है.
संजय राउत ने कहा है कि मैं गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगा, उनसे पूछंगा कि मैंने क्या गुनाह किया. नसे मिलने का मेरा अधिकार है, एक सांसद को डिटेन करके जेल में रखा गया, आवाज उठानी पड़ेगी. मैं तो चाहता हूं कि पूर्व चीफ जस्टिस ललित की अध्यक्षता में कमेटी बने और मामले की जांच हो. राउत ने इस बात पर नाराजगी भी जाहिर की कि उनकी जेल की वजह से परिवार पर भी इसका असर पड़ा.
इस बारे में वे कहते हैं कि मेरे ऊपर गलत केस है, मुझे उस बारे में कुछ नहीं पता. ये लोग तो आगे भी झूठे केस करेंगे. लेकिन डरने का नहीं, डटकर सामना करने की जरूरत है. इन बीजेपी वालों को बहुत श्राप पड़ेगा, इनके भी तो बाल-बच्चे हैं. बीजेपी की सरकार चाहती तो मेरी गिरफ्तारी रुक सकती थी. लेकिन उन्हें लगा कि मेरे जैसे लोग उनके लिए खतरा बन जाएंगे. पहले देश में ऐसी राजनीति नहीं थी. इन लोगों को बदला पाकिस्तान से लेना चाहिए, चीन से लेना चाहिए...आतंकवाद से लेना चाहिए...ये क्या भाषा है, हमसे क्यों बदला लेते हैं. ऐसा करेंगे तो देश का लोकतंत्र खत्म हो जाएगा.
बातचीत के दौरान संजय राउत ने शिवसेना में हुई बगावत पर भी अपने विचार रखे. उनकी तरफ से साफ कहा गया कि जो 40 विधायक छोड़कर गए भी हैं, उनमें से कई उनके संपर्क में हैं. उन्हें उम्मीद है कि कुछ तो वापस भी आ सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि बगावत के दौरान कई विधायकों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें किडनैप किया गया था. वहीं एकनाथ शिंदे और उनके खेमे को लेकर राउत कहते हैं कि आपको तो बाला साहेब का नाम स्वार्थ के लिए चाहिए था, वरना लोग आपको जूता मारते. मैं यहां ये साफ कर दूं कि हमने कभी उनके साथ रिश्ता नहीं तोड़ा. वे तो पुराने शिवसैनिक रहे हैं.
शुक्रवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में आदित्य ठाकरे भी शामिल हुए, इस पर भी संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. उनके मुताबिक भविष्य में महा विकास अघाड़ी ऐसे ही जारी रहने वाला है. वे कहते हैं कि आदित्य और राहुल दोनों युवा नेता हैं. अगर आदित्य किसी के साथ चल रहा है तो जिसका हाथ पकड़ा है उसकी पीठ में खंजर नहीं मारेगा.