
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया. पवार ने कहा कि वे एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ देंगे. शरद पवार ने अपनी आत्मकथा के विमोचन पर ये ऐलान किया. उधर, पवार के इस्तीफे के ऐलान के बाद कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता भावुक हो गए और नारेबाजी करने लगे और धरने पर बैठ गए. इसके बाद अजित पवार कार्यकर्ताओं से मिले और अनुरोध किया कि सभी कार्यकर्ता घर लौटें जाएं और खाना खाएं. उन्होंने धरना खत्म करने का अनुरोध किया. अजीत पवार ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी आज शरद पवार से मिले और उनसे कार्यकर्ताओं की मांगों पर विचार करने का आग्रह किया. अजीत ने कहा, शरद पवार ने कहा कि वह अपने इस्तीफे के फैसले पर विचार करने के लिए 2-3 दिन का समय लेंगे.
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम बस 2 दिन का इंतजार करेंगे और इस्तीफा वापस नहीं होता है तो फिर धरने पर लौट आएंगे. अजित पवार ने कहा कि मैं यह नहीं कह सकता कि दो दिन में इस्तीफा वापस हो जाएगा. कार्यकर्ता और नेता उनसे पद पर बने रहने की अपील कर रहे थे.
82 साल के मराठा क्षत्रप शरद पवार ने ये ऐलान ऐसे वक्त पर किया है, जब पिछले दिनों ही एनसीपी में फूट की खबरें सामने आई थीं. खबरें थीं कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार एनसीपी के कई विधायकों के साथ बीजेपी सरकार में शामिल हो सकते हैं.
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क्या बोले शरद पवार?
शरद पवार ने कहा, कई साल तक मुझे राजनीति में पार्टी को लीड करने का मौका मिला है. इस उम्र में आकर ये पद नहीं रखना चाहता. मुझे लगता है कि और किसी को आगे आना चाहिए. पार्टी के नेताओं को ये फैसला करना होगा कि अब पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा? शरद पवार आखिरी बार 2022 में ही चार साल के लिए अध्यक्ष चुने गए थे.
24 साल से एनसीपी के अध्यक्ष हैं शरद पवार
शरद पवार ने कहा, 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से मुझे अध्यक्ष रहने का मौका मिला. आज इसे 24 साल हो गए हैं. पवार ने कहा, 1 मई, 1960 से शुरू हुई यह सार्वजनिक जीवन की यात्रा पिछले 63 सालों से बेरोकटोक जारी है. इस दौरान मैंने महाराष्ट्र और देश में अलग अलग भूमिकाओं में सेवा की है. पवार ने कहा, मेरा राज्यसभा कार्यकाल तीन साल का बचा है. इस दौरान मैं कोई पद न लेते हुए महाराष्ट्र और देश से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा.
कार्यक्रम में हुआ हंगामा
शरद पवार ने जैसे ही पद छोड़ने का ऐलान किया, कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी. कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से पद न छोड़ने की अपील की. कार्यकर्ता शरद पवार से फैसला बदलने की अपील करते दिखे. इस दौरान पावर के कुछ समर्थक और कार्यकर्ता रोते हुए भी नजर आए.
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शरद पवार के ऐलान के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने मुंबई में वाईबी चव्हाण सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. अन्य नेता अभी भी शरद पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध कर रहे हैं. वहीं, अजित पवार ने सुप्रिया सुले को कुछ भी ना बोलने की सलाह दी. अजीत कहते हैं, 'मैं उनका बड़ा भाई हूं और इसलिए मैं उन्हें यह सलाह दे रहा हूं.' एनसीपी कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि सुप्रिया सुले को शरद पवार से बात करनी चाहिए.
कमेटी बनाकर नए अध्यक्ष पर हो फैसला- शरद पवार
शरद पवार ने कहा, ''अब मुझे जो समय मिलेगा, उसे देखते हुए मैं अभी से इस काम पर ज्यादा ध्यान देने वाला हूं. मैं यह नहीं भूल सकता कि पिछले 6 दशकों में महाराष्ट्र और आप सभी ने मुझे मजबूत समर्थन और प्यार दिया है.''
पवार ने कहा, ''पार्टी जिस दिशा में जाना चाहती है, यह नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन करने का समय है.'' उन्होंने कहा, ''मैं सिफारिश कर रहा हूं कि अध्यक्ष पद के चुनाव पर फैसला करने के लिए एनसीपी सदस्यों की एक समिति बनानी चाहिए.''
कमेटी में हों ये सदस्य
पवार ने कहा, चुनाव समिति में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र
आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़, राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस की अध्यक्ष फौजिया खान, धीरज शर्मा, राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस की सोनिया दूहन शामिल रहें.
शरद पवार के ऐलान के बाद क्या बोले अजित?
शरद पवार के ऐलान के बाद अजित पवार ने कहा, हम परिवार के लोग और पार्टी के नेता साथ में बैठेंगे. पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए फैसला किया जाएगा. पार्टी की बैठक में आपकी भावनाओं के तहत ही शरद पवार फैसला करेंगे, ये आश्वासन मैं आपको दे सकता हूं.
अजित पवार ने कहा, पवार साहब चाहते हैं कि नई पीढ़ी नेतृत्व करे. ऐसे में नए नेतृत्व को मौका मिलना चाहिए. बार बार उनसे फैसला लेने के लिए न कहें. वे फैसला वापस नहीं लेंगे. हालांकि, हमें शरद पवार का समर्थन मिलता रहेगा. उनके सहमति से ही फैसला किए जाएंगे.
'हम चाहते हैं शरद पवार बने रहें पार्टी अध्यक्ष'
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि शरद पवार के इस फैसले से देशभर के कार्यकर्ता सहमत नहीं हैं. हमने फैसला किया है कि हम उनके मन को बदलने के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे. यह हमारा फैसला है कि वो आखिरी सांस तक एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहें.
'पवार का परिवार ही बता सकता है'
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी राजनेता हैं. उन्होंने या उनका परिवार ही कह सकता है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में इस्तीफा दिया है. 25 साल तक एनसीपी प्रमुख रहने के बाद से यह एक बहुत ही बड़ा कदम है. उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि अब उठाए जाने वाले कदमों पर फैसला करने के लिए वे आपस में चर्चा करेंगे.
पार्टी के दो गुटों में बंटने की चर्चा
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से एनसीपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. चर्चा है कि अजित पवार एनसीपी के 53 में से 30-34 विधायकों के साथ मिलकर शिंदे-फडणवीस सरकार का हिस्सा बन सकते हैं. बताया जा रहा है कि अजित पवार एनडीए में शामिल होने के लिए पार्टी में समर्थन जुटा रहे हैं. अजित की इस मुहीम में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे एनसीपी नेताओं ने समर्थन किया है. हालांकि, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल समेत कई नेता इसके पक्ष में नहीं हैं. वहीं, शरद पवार भी साफ मना कर चुके हैं, कि वे बीजेपी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएंगे.
2019 में अजित पवार ने की थी बगावत
अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी के एनडीए में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. वैसे भी अजित पवार का बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर किसी से छिपा नहीं है. वे 2019 विधानसभा चुनाव में एनसीपी की पार्टी लाइन से अलग जाकर फडणवीस के साथ सरकार बना चुके हैं. हालांकि, शरद पवार के दबाव के बाद अजित पवार को वापस लौटना पड़ा था. 72 घंटे में ही उन्होंने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था.