
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को राज्य की बीजेपी सरकार को पिछले 16 वर्षों में हुए कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ न्यायिक जांच का आदेश देने की चुनौती दी है. मालूम हो कि इन 16 वर्षों में पांच साल उनका कार्यकाल रहा है.
पूर्व सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो मार्च 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया था कि राज्य में 10 प्रतिशत कमीशन की सरकार थी. उन्होंने बताया कि अब एक सिविल ठेकेदार निकाय के प्रमुख केम्पन्ना ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में मंत्री सार्वजनिक कार्यों पर 40 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे.
केम्पन्ना ने कहा है कि एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाए तो वे अपने आरोपों के संबंध में दस्तावेज भी पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर वह आरोप को साबित करने में विफल रहे तो उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई कर सकते हैं. इस पर सिद्धारमैया ने पूछा- अगर आप ईमानदार हैं तो आप ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं?
केंद्र में बीजेपी तो CBI को क्यों नहीं दिए जांच के आदेश
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे और बीजेपी केंद्र में थी, तब आठ भ्रष्टाचार के आरोपों केस सीबीआई को सौंपे गये थे. उन्होंने आश्चर्य जताया कि मौजूदा बीजेपी सरकार ने राज्य के मंत्रियों द्वारा लगाए गए कमीशन से संबंधित मामले अभी तक सीबीआई को क्यों नहीं सौंपे.
सिद्धारमैया ने कहा- "बीजेपी का कहना है कि राज्य में कांग्रेस के शासन के दौरान भ्रष्टाचार हुआ था. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे पिछले 16 वर्षों में हुए सभी मामलों की न्यायिक जांच का आदेश दें, जिसमें बीजेपी 10 वर्षों तक सत्ता में रही, लेकिन उनमें (बीजेपी) ऐसा करने की हिम्मत नहीं है.