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पेट्रोल-डीजल के दामों में और बढ़ोतरी पर भड़की कांग्रेस, सोनिया-राहुल ने साधा सरकार पर निशाना

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क को कम करके यूपीए सरकार के समय की दरों के बराबर किया जाए, ताकि देश के लोगों को राहत मिल सके. वहीं राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया है.

सोनिया और राहुल ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना (फाइल फोटो) सोनिया और राहुल ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना (फाइल फोटो)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 4:43 PM IST
  • सोनिया और राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
  • सोनिया बोलीं- यूपीए सरकार के वक्त जैसा हो उत्पाद शुल्क
  • राहुल बोले, पेट्रोल-डीजल के दामों में गजब का 'विकास' हुआ

देश में लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि हुई है. आज पेट्रोल की कीमत 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 26 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है. विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार को घेरने का नया मुद्दा बना लिया है. गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा.

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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क को कम करके यूपीए सरकार के समय की दरों के बराबर किया जाए, ताकि देश के लोगों को राहत मिल सके. वहीं राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर कहा, "पेट्रोल-डीजल के दामों में गजब का 'विकास' हुआ है. मोदी सरकार ईंधन पर भारी टैक्स वसूलकर जनता को लूट रही है. यही कारण है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर जीएसटी लागू करने को तैयार नहीं."

सोनिया गांधी ने अपने आधिकारिक स्टेटमेंट में कहा, "आजाद भारत के इतिहास में पहली बार देश आज एक दोराहे पर खड़ा है. एक ओर देश का अन्नदाता पिछले 44 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर अपनी जायज मांगों के समर्थन में डटा हुआ है, वहीं देश की निरंकुश, संवेदनहीन और निष्ठुर बीजेपी सरकार गरीब किसान और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने में जुटी है."

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अपना हमला जारी रखते हुए सोनिया ने आगे कहा, "कोरोना की चौतरफा मार से ध्वस्त अर्थव्यवस्था के बीच मोदी सरकार अपना खजाना भरने के लिए आपदा को अवसर बनाने में लगी है. आज कच्चे तेल की कीमत 50.96 यूएस डॉलर प्रति बैरल है, यानी मात्र 23.43 रुपये प्रति लीटर. पर इसके बावजूद डीजल 74.38 रुपये और पेट्रोल 84.20 रुपये प्रति लीटर में बेचा जा रहा है. ये पिछले 73 साल में सबसे अधिक है."

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सोनिया ने आगे कहा, "अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने के बावजूद सरकार ने आम उपभोक्ता को इसका लाभ देने की बजाय एक्साइज ड्यूटी में बेतहाशा बढ़ोतरी करके मुनाफा वसूली के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पिछले साढ़े छह सालों में मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ा लगभग 19,00,000 करोड़ रुपये आम जनता की जेब से वसूलें हैं."

सोनिया ने अंत में कहा, "यही नहीं गैस सिलेंडर के दामों में भी बीजेपी सरकार ने बेतहाशा कीमतें बढ़ा हर घर का बजट बिगाड़ा है. मैं सरकार से मांग करती हूं कि वह पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की दरें यूपीए शासन के समान करे और त्रस्त जनता को तत्काल राहत प्रदान करे."

इसके साथ ही सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से किसानों की मांग पूरी करने की भी मांग रखी. उन्होंने कहा, "मैं सरकार से तीनों खेती कानूनों को भी तत्काल रद्द करके किसानों की सभी मांगें पूरी करने की पुरजोर मांग करती हूं."

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