
बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय के एक फेसबुक पोस्ट को लेकर तरह-तरह के कयास शुरू हो गए हैं. कल रात शुभ्रांशु ने फेसबुक पर पोस्ट किया है कि जनता का समर्थन प्राप्त करके आई सरकार की आलोचना करने से पहले खुद की आलोचना करने की जरूरत है. शुभ्रांशु रॉय ने 2019 में टीएमसी को छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. इस बार भी चुनाव में भी खड़े हुए थे लेकिन हार गए.
आपको बता दें कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में टीएमसी ने मुकुल रॉय को 6 साल के लिए बाहर कर दिया था. TMC में मुकुल रॉय का कद कभी ममता बनर्जी के बाद दूसरे नंबर का हुआ करता था. उन्होंने टीएमसी छोड़ी तो बीजेपी का दामन थाम लिया, वे 1998 से ही बंगाल की राजनीति में हैं.
मुकुल रॉय अपने करियर की शुरुआत में यूथ कांग्रेस में हुआ करते थे, उस दौर में ममता बनर्जी भी यूथ कांग्रेस में ही थीं. तभी से मुकुल और ममता के बीच राजनीतिक करीबियां बढ़ी थीं. अपने पिता के पीछे पीछे ही उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था, मगर अब उनके इस बयान के बाद से कई तरह के कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं.
बात बंगाल की करें तो इस समय प्रधानमंत्री मोदी की मीटिंग से बाहर आईं ममता बनर्जी का मुद्दा इस समय हावी हो रहा है. ममता पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को मीटिंग में 30 मिनट इंतजार कराया. इसे लेकर ममता ने भी अपनी सफाई दी है और इसका भी जवाब दिया है कि उन्होंने PM मोदी को रिसीव क्यों नहीं किया.
ममता बनर्जी ने कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है कि एक CM, हर बार एक PM को रिसीव करे. ममता ने प्रधानमंत्री को इंतजार कराने वाले मामले पर कहा है कि उन्हें खुद वहां (पीएम की मीटिंग में) इंतजार करना पड़ा.
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ममता बनर्जी ने बताया कि हम सागर पहुंचे तो हमें सूचना मिली कि हमें 20 मिनट और इंतजार करना होगा, क्योंकि पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर उतरना बाकी था. वे हमारे शेड्यूल से वाकिफ थे, फिर भी हमें इंतजार करवाया. हमने हेलीपैड पर उनका इंतजार किया.''
इस घटना के बाद से ही भाजपा ने बंगाल की मुख्यमंत्री को घेरना शुरू कर दिया है. भाजपा ने कहा है कि ममता ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा का अपमान किया है और संघीय मॉडल को दरकिनार कर संविधान के खिलाफ काम किया है.