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शामली के किसानों को मिला नए कृषि कानूनों का लाभ, रविशंकर प्रसाद ने ऐसे की मदद

शामली के किसान रमेश ने मंडी में मिल रहे मूल्य से दुखी होकर अपनी पूरी गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया था. उसके पास अब बेचने के लिए कोई फसल नहीं थी. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की जानकारी में जब ये बात आई तो उन्होंने कॉमन सर्विस सेंटर टीम से शामली जिले के मायापुरी गांव के किसानों से संपर्क करने को कहा. 

किसानों को मिला नए कृषि कानूनों का लाभ किसानों को मिला नए कृषि कानूनों का लाभ
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 18 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 11:01 PM IST
  • नए कृषि कानूनों का किसान कर रहे विरोध
  • सरकार किसानों को समझाने का प्रयास कर रही
  • 'शामली के किसानों को मिला नए कानूनों का फायदा'

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. वहीं, सरकार किसानों को समझाने में जुटी है कि तीनों कानून उनके हित में हैं. उन तमाम किसानों का उदाहरण भी दिया जा रहा है जिन्हें नए कृषि कानूनों से लाभ मिला. इस कड़ी में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उत्तर प्रदेश के शामली के किसानों के बारे में बताया है. 

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दरअसल, शामली के किसान रमेश ने मंडी में मिल रहे मूल्य से दुखी होकर अपनी पूरी गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया था. उसके पास अब बेचने के लिए कोई फसल नहीं थी. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की जानकारी में जब ये बात आई तो उन्होंने कॉमन सर्विस सेंटर टीम से शामली जिले के मायापुरी गांव के किसानों से संपर्क करने को कहा. 

रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया कि शामली जिले के मायापुरी गांव के गोभी किसानों को स्थानीय मंडी में मिल रहे एक रूपये प्रति किलो के भाव से हो रहे शोषण के बारे में मुझे मालूम पड़ा. मेरे निर्देश पर कॉमन सर्विस सेंटर की उत्तर प्रदेश की टीम ने आज वहां के किसानों से संपर्क किया. जिस किसान रमेश ने पूरी गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया था उसे भविष्य में डिजिटल तरीके से फसल बेचने की जानकारी दी गई है.

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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मंडियों के इसी शोषण से किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए पीएम मोदी ने नए कृषि कानून बनाए हैं. मैंने कॉमन सर्विस सेंटर की टीम को कहा कि मायापुरी गांव के अन्य किसानों से भी संपर्क कर उन्हें डिजिटल तरीके से अपनी फसल देश के किसी भी खरीददार को बेचने की सुविधा की जानकारी दी जाए. इसकी जानकारी प्राप्त करते ही मायापुरी गांव के कई किसान जो मंडी के शोषण से परेशान थे वो अपनी फसल को बेहतर मूल्य पर बेचने के लिए आगे आए.  

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज 400 किलो गोभी की पहली खेप किसान तनवीर ने दिल्ली के खरीददार को कॉमन सर्विस सेंटर के डिजिटल प्लेटफॉर्म के द्वारा 10 रूपये प्रति किलो के भाव पर बेच दी. किसान को ट्रांसपोर्ट की सुविधा उसके खेत पर ही उपलब्ध हो गई, जिसका खर्च भी खरीददार ने वहन किया. किसान के खाते में पूरा पेमेंट हो गया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज शाम शामली की गोभी दिल्ली के लिए रवाना हो गई है. आने वाले दिनों में अन्य किसानों की गोभी की फसल भी देश के खरीददार खरीदने को तैयार हैं. 


 

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