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तमिलनाडु: बीजेपी में शामिल हुईं तेलंगाना की पूर्व गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन

तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के एलजी पद से इस्तीफा देने के बाद डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने भारतीय जनता पार्टी के साथ अपना नया सफर शुरू कर दिया है. तमिलनाडु के बीजेपी दफ्तर पहुंचकर उन्होंने पार्टी की सदस्यता हासिल की.

तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (फाइल फोटो) तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • चेन्नई,
  • 20 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST

तेलंगाना (Telangana) की पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन (Dr Tamilisai Soundararajan) भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई हैं. तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के एलजी पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है. तमिलनाडु के बीजेपी दफ्तर में तमिलिसाई के पहुंचने के बाद पटाखे फोड़े गए. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बीजेपी के विकास को देखकर मैं खुश हूं. राज्य में हमने जो गठबंधन बनाया है, यह विकास को दर्शाता है. 

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पार्टी में शामिल होने के बाद अन्नामलाई ने "वामपंथी दलों और डीएमके द्वारा आलोचना" का जिक्र करते हुए कहा कि ऊंचे पदों पर बैठे व्यक्ति एक सामान्य व्यक्ति के रूप में जनता के लिए फिर से काम करना शुरू कर सकते हैं.

बीजेपी की तीसरी लिस्ट में हो सकता है नाम 

सुंदरराजन तमिलनाडु बीजेपी की अध्यक्ष रह चुकी हैं. संभावना जताई जा रही है कि वो लोकसभा चुनाव 2024 में तमिलनाडु से लड़ सकती हैं. उम्मीद है कि बीजेपी की ओर से जानी होने वाली तीसरी सूची में उनका नाम हो सकता है.

2019 में हुई थी हार

प्रभावशाली नागर समुदाय से आने वालीं तमिलिसाई सुंदरराजन को 2019 के लोकसभा चुनाव में डीएमके की कनिमोझी से थूथुकुडी में भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. अब उन्हें बीजेपी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारे जाने की संभावना है.

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यह भी पढ़ें: तमिलिसाई सुंदरराजन: पिता-चाचा हैं कांग्रेस से, खुद संभाली है बीजेपी की कमान

कौन हैं तमिलिसाई सुंदरराजन?

पेशे से चिकित्सक तमिलिसाई सुंदरराजन ने एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था. तमिलिसाई तमिलनाडु के पूर्व कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कुमारी आनंदन की बेटी हैं. इन्हें राजनीति विरासत में मिली हुई है. पिता के अलावा उनके चाचा एच वसंतकुमार भी राजनीति में थे. वे भी कांग्रेस से हैं. मद्रास मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वे एक छात्र नेता बनीं. शुरुआत में वह पार्टी के स्थानीय मेडिकल विंग की सचिव भी बनीं.

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