
बीजेपी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक आज खत्म हो गई है. इस मीटिंग में बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने का टारगेट रखा है. इसके साथ ही नए वोटर्स से जुड़ने के लिए पार्टी पूरे देश में अभियान चलाएगी. नए मतदाताओं से जुड़ने के लिए बीजेपी बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करेगी. इतना ही नहीं, पीएम मोदी नए मतदाता संपर्क सम्मेलन को भी संबोधित कर सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में सभी पदाधिकारियों से लोकसभा चुनाव में बंपर जीत का अंतर सुनिश्चित करने के लिए कहा है. अमित शाह ने पदाधिकारियों से कहा कि 2024 में जीत का अंतर इतना बड़ा होना चाहिए कि विपक्ष लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी उम्मीदवार के सामने खड़े होने की हिम्मत भी न कर सके.
कमजोर सीट हमारी डिक्शनरी में नहीं है
बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन INDIA पर कोई भी चर्चा नहीं हुई. साथ ही पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा मंत्र दिया गया कि सभी लोकसभा क्षेत्रों को गंभीरता से लें. हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यूपी या कोई मजबूत गढ़ देश के किसी अन्य हिस्से में पार्टी के खराब प्रदर्शन की भरपाई कर सकता है. साथ ही कहा कि कमजोर सीट हमारी डिक्शनरी में नहीं है. बैठक में कहा गया कि पार्टी के नेताओं को उम्मीदवारों की लिस्ट के ऐलान का इंतजार नहीं करना चाहिए. प्रत्येक भाजपा नेता को अब 2024 के लोकसभा चुनावों में रिकॉर्ड अंतर से जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस लेनी चाहिए.
राम मंदिर को लेकर जारी होगी बुकलेट
पार्टी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है. बीजेपी की ओर से एक बुकलेट जारी की जाएगी, इसमें बताया जाएगा कि पार्टी ने राम मंदिर निर्माण के लिए कितना संघर्ष किया है. बीजेपी ने राम मंदिर समारोह के मद्देनजर RSS और VHP के सभी कार्यक्रमों को समर्थन देने और उनमें भाग लेने का संकल्प लिया है. राम मंदिर समारोह पर अपने अभियान के दौरान बीजेपी इस बात पर प्रकाश डालेगी कि कैसे विपक्षी दलों ने राम मंदिर निर्माण को रोकने की कोशिश की है.
1 जनवरी से राम मंदिर समारोह के लिए अभियान
इसके साथ ही बीजेपी ने 1 जनवरी से राम मंदिर समारोह के लिए अभियान चलाने का फैसला किया है, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता देशभर के सभी गांवों में घर-घर जाएंगे और लोगों को राममंदिर के लिए दीया लाइटनिंग कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.
बीजेपी को इस फॉर्मूले का मिला था फायदा
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले अपनी सबसे कमजोर सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की संभावना से इनकार नहीं किया है. पार्टी ने छत्तीसगढ़ और एमपी चुनावों के लिए इस रणनीति को अपनाया था. इसका फायदा भी पार्टी को मिला था. क्योंकि इन उम्मीदवारों के पास प्रचार के लिए पर्याप्त समय था. ऐसे में उम्मीदवार उन सीटों पर जमीन तैयार कर सकेंगे, जिन पर बीजेपी पहले 2 या 3 बार हार चुकी है.