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मुस्लिम आरक्षण से शुरू लड़ाई संविधान पर आई, घिर गई कांग्रेस... संसद से लेकर कर्नाटक तक मचा घमासान

डीके शिवकुमार ने हाल ही में कर्नाटक में मुस्लिमों को आरक्षण देने के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर जरूरत हुई तो संविधान में बदलाव भी किया जाएगा. इसको लेकर बीजेपी हमलावर है. बीजेपी ने ये मुद्दा संसद में उठाया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम आरक्षण के लिए बाबा साहब के बनाए संविधान को क्यों बदलना चाहती है.

डीके शिवकुमार के बयान पर बीजेपी हमलावर. डीके शिवकुमार के बयान पर बीजेपी हमलावर.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST

संसद के चालू बजट सत्र में संविधान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को जमकर घेरा है. इस मुद्दे के जरिए बीजेपी अब उस पिच पर बैटिंग कर रही है, जिसपर कांग्रेस लोकसभा चुनाव के दौरान से बीजेपी को घेर रही थी. लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ये संविधान वाला सियासी हथियार अब बीजेपी अपने पाले में लाती दिख रही है. दरअसल, ये सबकुछ शुरू हुआ कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के एक बयान से. आइए जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला?

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क्या बोले थे कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार

दरअसल, डीके शिवकुमार ने हाल ही में कर्नाटक में मुस्लिमों को आरक्षण देने के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर जरूरत हुई तो संविधान में बदलाव भी किया जाएगा. इसको लेकर बीजेपी हमलावर है.  बीजेपी ने ये मुद्दा संसद में उठाया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम आरक्षण के लिए बाबा साहब के बनाए संविधान को क्यों बदलना चाहती है, कांग्रेस के अध्यक्ष जो इस सदन में विपक्ष के नेता भी हैं, उनको जवाब देना चाहिए.

यह भी पढ़ें: कर्नाटक मुस्लिम आरक्षण पर संसद में भारी हंगामा, नड्डा बोले- कांग्रेस ने बाबा साहेब के संविधान की धज्जियां उड़ा दीं

जेपी नड्डा ने भी बोला हमला

राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो संविधान की रक्षक बनती है. बाबा साहब ने स्पष्ट कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता. लेकिन कांग्रेस की सरकार ने साउथ में मुस्लिम धर्म के लिए कॉन्ट्रैक्ट में चार फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया है. जेपी नड्डा ने इसे ऑथेंटिकेट किया और कहा कि कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने वहां के सदन में कहा है कि जरूरत पड़ी तो हम संविधान को बदलेंगे और ये लोग संविधान के बड़े रक्षक बनते हैं. वहां संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम किया गया है. विपक्ष के नेता को इसका जवाब देना चाहिए.

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लोकसभा में भी किरेन रिजिजू ने कर्नाटक के मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में धर्म के नाम पर कोई रिजर्वेशन नहीं हो सकता है. कांग्रेस पार्टी का वरिष्ठ नेता संवैधानिक पद पर बैठकर जब यह कहता है कि मुस्लिम आरक्षण देने के लिए संविधान बदला जाएगा, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

डीके शिवकुमार ने दी सफाई

विवाद के बीच डीके शिवकुमार ने कहा, 'मैंने कभी नहीं कहा कि मैं संविधान में बदलाव करूंगा. बीजेपी बिना कारण के झूठा प्रचार फैला रही है. मैं उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा जिन्होंने मेरी बातों को गलत तरह से पेश किया है. मैं 36 साल से विधायक हूं. मुझे भी सामान्य समझ है. ऐसे मामलों में मैं नड्डा से अधिक अनुभवी और समझदार राजनीतिज्ञ हूं. लेकिन बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है. हमारी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है. वे झूठी बातें बना रहे हैं और मेरी ओर से बिना वजह इस मुद्दे को खींच रहे हैं. मैंने कहीं भी ऐसा बयान नहीं दिया."
 

क्यों ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि अगर बीजेपी सत्ता में आएगी तो वह संविधान को बदल देगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई मौकों पर संविधान की कॉपी लेकर बीजेपी को घेरते रहे हैं और दावा करते रहे हैं कि कांग्रेस संविधान में कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी. लेकिन अब डीके शिवकुमार के इस बयान से कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं.  
  

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