
तमिलनाडु में राज्यपाल को लेकर विवादित बयान पर बवाल खड़ा हो गया है. बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने सीधे मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर हमला बोला है और कहा कि डीएमके नेता सीएम के इशारे पर ही इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे तो आशंका है कि डीएमके की तरफ से राज्यपाल की हत्या की चाल चली गई है. उन्होंने पुलिस से आरोपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
बता दें कि डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ विवादित बयान दिया है. कृष्णमूर्ति ने गुरुवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- अगर राज्यपाल अपने विधानसभा भाषण में अंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं तो क्या मुझे उन पर हमला करने का अधिकार नहीं है? कृष्णमूर्ति ने कहा- यदि आप (राज्यपाल) तमिलनाडु सरकार द्वारा दिए गए अभिभाषण को नहीं पढ़ते हैं तो कश्मीर चले जाएं और हम आतंकवादी भेजेंगे ताकि वे आपको मार गिरा सकें.
सीएम स्टालिन के इशारे पर बोल रहे हैं नेता
शिवाजी कृष्णमूर्ति के बयान पर राज्य में माहौल गरमा गया है. बीजेपी नेता नारायणन तिरुपति ने कहा- पुलिस को जांच करनी होगी कि डीएमके का आतंकवादी लिंक क्या है, क्योंकि उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि हम राज्यपाल को कश्मीर भेजेंगे और हम आतंकवादी को कश्मीर भेजेंगे. हमारा मतलब कौन? ना केवल शिवाजी कृष्णमूर्ति ने इतनी गंदी भाषा में बात की, मुझे लगता है कि ये चीजें सीएम एमके स्टालिन की शह पर की जा रही हैं. डीएमके प्रमुख की शह पर ही वे बोल रहे हैं. मिस्टर आरएस भारती भी बोलने में तीसरे नंबर पर हैं.
पुलिस को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए
बीजेपी ने कहा कि हमें बहुत ज्यादा संदेह है कि डीएमके ने राज्यपाल की हत्या करने की एक चाल चली है. तभी तो ऐसा व्यवहार कर रहे हैं. हम कुछ नहीं कह रहे हैं. अगर तमिलनाडु पुलिस के पास वजूद है तो उन्हें इन दोनों शिवाजी कृष्णमूर्ति और आरएस भारती को गुंडा अधिनियम के तहत गिरफ्तार करना चाहिए और एक साल की जेल होनी चाहिए.
उन्होंने पूछा- कल अगर कोई स्टालिन को उनके नाम से पुकारे तो क्या मिस्टर भारती चुप बैठेंगे? वे राज्यपाल (रवि) को सिर्फ उनके नाम से कैसे बुला सकते हैं? यहां बहुत सारे मुद्दे सामने आ रहे हैं. अभी तक पुदुक्कोट्टई दलित पेयजल मुद्दे पर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. आप भाषा की राजनीति, जाति की राजनीति लाते हैं, यह सब डीएमके की नौटंकी और चाल है.
क्या डीएमके के आतंकियों से संबंध हैं?
नारायणन तिरुपति का कहना था कि यह डीएमके की संस्कृति है. पिछले 60 वर्षों से वे गंदी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और इसके लिए जाने जाते हैं. ये डीएमके के डीएनए में है. शिवाजी कृष्णमूर्ति और आरएस भारती ने गवर्नर आरएन रवि को गाली दी है और कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल रवि को मारने के लिए आतंकवादियों को भेजेंगे. इस मामले में दोनों को एनआईए जांच के दायरे में रखा जाना चाहिए. हमें संदेह है कि क्या DMK का आतंकवादियों से कोई संबंध है.
बताते चलें कि सीएम स्टालिन का आरोप है कि विधानसभा में राज्यपाल को सरकार की ओर से दिए गए अभिभाषण को पढ़ना था. लेकिन, उन्होंने इस दरकिनार किया और खुद अपनी तरफ से बोलने लगे. डीएमके की तरफ से इस संबंध में राष्ट्रपति से भी शिकायत की गई है. वहीं, डीएमके नेता कृष्णमूर्ति की विवादित टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मोर्चा खोल दिया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.
इस बीच, कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियों और अन्य सहयोगी सदस्यों ने भाषण विवाद को लेकर शुक्रवार को टीएन राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. तमिलनाडु के विधायक थिरु एन इरमाकृष्णन ने बुधवार को राज्यपाल आरएन रवि के अभिभाषण पर 'धन्यवाद प्रस्ताव' पेश किया, जिसमें उनकी कार्रवाई पर 'खेद' शब्द का उल्लेख किया गया है.