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'PM मोदी के खिलाफ ममता बनर्जी चुप क्यों?' अधीर रंजन चौधरी के सवाल पर TMC ने अब किया पलटवार

तृणमूल सांसद सेन ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी का पहला और मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल में टीएमसी को कमजोर करना है. यह उनकी कई गतिविधियों और बयानों से स्पष्ट हो गया है. इसलिए उन्हें पहले अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि वह भाजपा समर्थक हैं या भाजपा विरोधी.

तृणमूल कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी के रवैये को इंडिया गठबंधन के मूल विचार के खिलाफ बताया है. तृणमूल कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी के रवैये को इंडिया गठबंधन के मूल विचार के खिलाफ बताया है.
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 11 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:49 AM IST

कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 'इंडिया' गठबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुबानी हमलों पर चुप्पी साधने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. उन्होंने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, 'पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, कड़ा मुकाबला चल रहा है. पीएम मोदी कांग्रेस को हराने के लिए इन राज्यों में रैलियां कर रहे हैं. वह कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन को गालियां दे रहे हैं लेकिन ममता बनर्जी चुप हैं.'

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लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'मैं ममता बनर्जी से आग्रह करता हूं कि वह सभी पांच राज्यों में मतदाताओं को यह संदेश दें कि कांग्रेस का समर्थन करना जरूरी है, जो भाजपा के खिलाफ चुनावी लड़ाई का नेतृत्व कर रही है. लेकिन उनका चुप रहना आश्चर्यजनक है. उनको भी पांचों चुनावी राज्यों में जाकर भाजपा के खिलाफ बोलना चाहिए. लेकिन वह बीजेपी के खिलाफ नहीं बोलेंगी, इसके पीछे कुछ राज है. वह रहस्य क्या है?'

'बंगाल में एकमात्र भाजपा विरोधी ताकत टीएमसी है'

अब अधीर रंजन के इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए उनके रवैये को इंडिया गठबंधन के मूल विचार के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल में एकमात्र भाजपा विरोधी ताकत टीएमसी है. लेकिन यहां टीएमसी को कमजोर करने के लिए कांग्रेस सीपीआईएम और आईएसएफ का हाथ थाम रही है.'

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'अधीर रंजन भाजपा समर्थक हैं या विरोधी, स्पष्ट करें'

तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी का पहला और मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल में टीएमसी को कमजोर करना है और यह उनकी कई गतिविधियों और बयानों से स्पष्ट हो गया है. इसलिए उन्हें पहले अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि वह भाजपा समर्थक हैं या भाजपा विरोधी. उन्होंने अधीर रंजन को याद दिलाया कि कर्नाटक चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने वहां की जनता से बीजेपी के खिलाफ वोट करने की अपील की थी. 

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