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त्रिपुरा: चुनावी प्रचार के दौरान कांग्रेस के राज्य प्रभारी पर हमला, EC का एक्शन

कांग्रेस का आरोप है कि कथित तौर पर बीजेपी द्वारा ही उनकी बाइक रैली पर हमला किया गया था जिसमें 15 पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी घायल हो गए थे. अब चुनाव आयोग ने उस घटना के बाद एक्शन ले लिया है. जिरानिया अनुमंडल के एसडीपीओ को निलंबित कर दिया गया है.

चुनाव आयोग चुनाव आयोग
ऐश्वर्या पालीवाल
  • नई दिल्ली,
  • 21 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:05 AM IST

त्रिपुरा चुनाव का शखनांद हो चुका है. चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है. दो मार्च को नतीजे भी आ जाएंगे. लेकिन इस चुनावी शोर के बीच एआईसीसी महासचिव अजय कुमार पर हुए हमले ने राज्य की सियासत को गरमा दिया है. कांग्रेस का आरोप है कि कथित तौर पर बीजेपी द्वारा ही उनकी बाइक रैली पर हमला किया गया था जिसमें 15 पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी घायल हो गए थे. अब चुनाव आयोग ने उस घटना के बाद एक्शन ले लिया है. जिरानिया अनुमंडल के एसडीपीओ को निलंबित कर दिया गया है. उनके अलावा रानी बाजार थाने के प्रभारी अधिकारी और जिरानिया के थाना प्रभारी भी हटा दिए गए हैं.

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मामले की गंभीरता को समझते हुए चुनाव आयोग ने तीन पर्यवेक्षक की एक कमेटी भी बना दी है. ये कमेटी स्थिति का जायजा लेगी और आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. चुनाव आयोग ने राज्य सरकार की उस रिपोर्ट का भी जिक्र किया है जिसमें कहा गया कि कांग्रेस नेताओं को मामूली चोटे आईं. उस बात का आयोग ने खंडन किया है और कहा गया है कि डॉ. अजय कुमार को गंभीर चोटें आई हैं. चुनाव आयोग ने इस घटना को लेकर पुलिस पर भी सवाल दागा है. कहा गया है कि चुनाव को देखते हुए जब जमीन पर CAPF की अच्छी तैनाती थी, फिर भी हालात इतने कैसे बिगड़ गए. 

चुनाव आयोग ने जोर देकर कहा है कि ये डीजीपी और सीएस को देखना है कि चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों को समान अवसर मिलें. ये तक कहा गया है कि जिन अधिकारियों ने समय रहते एक्शन नहीं लिया था, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. त्रिपुरा चुनाव की बात करें तो 16 फरवरी को वोट पड़ने वाले हैं और 2 मार्च को नतीजे आएंगे. पूर्वोत्तर के इस राज्य में साल 2018 में बीजेपी ने इतिहास रचा था. 25 साल के लाल किले को एक प्रचंड बहुमत के साथ ध्वस्त कर दिया था. उस चुनाव में 60 विधानसभा सीटों में से बीजेपी और उसके सहयोगी दल ने साथ मिलकर 43 सीटें जीत ली थीं. वहीं सीपीएम को 16 सीटों से संतुष्ट करना पड़ा था.

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