
कनाडा के ब्रैम्पटन शहर के हिंदू मंदिर में श्रद्धालुओं पर खालिस्तानियों के हमले को लेकर देशभर के लोगों में आक्रोश है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की आलोचना करते हुए कनाडा सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी तरफ से घटना पर एक शब्द नहीं बोला गया है.
दरअसल, रविवार को खालिस्तानी समर्थकों ने ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में भक्तों के एक समूह को निशाना बनाया था. हालांकि इस घटना के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि मंदिर में हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. प्रत्येक कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है. इस घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
अब इसको लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "यह अविश्वसनीय है! एक हिंदू मंदिर पर हमला हो रहा है और विपक्ष के नेता की ओर से निंदा का एक शब्द भी नहीं आया है. मैं भले ही हिंदू न होऊं, लेकिन हम सभी को एकजुट होना चाहिए. किसको दोष देना है? नेताओं की चुप्पी, या वे लोग जो उन्हें महान भारत का नेता मानते हैं?"
ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे: PM
बता दें कि घटना पर पीएम मोदी ने X पर पोस्ट किया कि मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं, हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं. हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे. हम कनाडा सरकार से न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं.
कनाडा में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतितः विदेश मंत्रालय
कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम कल ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए.
उन्होंने कहा कि हम ये भी उम्मीद करते हैं कि हिंसा में लिप्त लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. हम कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं. भारतीयों और कनाडाई नागरिकों को समान रूप से सेवाएं प्रदान करने के लिए हमारे वाणिज्य दूतावास अधिकारियों की एक्सेस को धमकी, उत्पीड़न और हिंसा से नहीं रोका जाएगा.