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UP Elections Result 2022 : बुंदेलखंड की इन सीटों पर NOTA से भी कम वोट पाई कांग्रेस

बुंदेलखंड कांग्रेस के लिए हमेशा कितना अहम रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने 2009 में इस क्षेत्र के लिए 7,200 करोड़ रुपये का एक विशेष पैकेज भी घोषित किया था.

कांग्रेस को मिले NOTA से कम वोट (File Photo) कांग्रेस को मिले NOTA से कम वोट (File Photo)
शरद अग्रवाल
  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST
  • झांसी से सुशीला नायर रहीं हैं सांसद
  • प्रदीप जैन आदित्य रहे केंद्र सरकार में मंत्री
  • मनमोहन सरकार ने दिया था बुंदेलखंड पैकेज

एक दौर था जब बुंदेलखंड क्षेत्र में कांग्रेस की तूती बोला करती थी, लेकिन इस बार के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Elections 2022) में भाजपा ने बुंदेलखंड की सीटों पर विपक्ष का लगभग सूपड़ा साफ कर दिया. वहीं कुछ सीटें ऐसी रही जहां कांग्रेस को NOTA से भी कम वोट मिले.

बुंदेलखंड क्षेत्र को कांग्रेस का मजबूत गढ़ बनाने में सुशीला नायर का बड़ा योगदान माना जाता है. उन्हें लोग महात्मा गांधी की डॉक्टर के तौर पर भी जानते हैं. बुंदेलखंड की सबसे प्रमुख सीट झांसी से लोकसभा सांसद रहीं सुशीला नायर ने देश की स्वास्थ्य मंत्री का पद भी संभाला. कांग्रेस की ये विरासत बाद में सुजान सिंह बुंदेला, राजा बुंदेला और प्रदीप जैन आदित्य जैसे नेताओं को मिली.

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बुंदेलखंड कांग्रेस के लिए हमेशा कितना अहम रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने 2009 में इस क्षेत्र के लिए 7,200 करोड़ रुपये का एक विशेष पैकेज भी घोषित किया था. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हालत ये हुई कि झांसी की चारों विधानसभा सीट पर जहां उसे मुंह की खानी पड़ी, वहीं बुंदेलखंड की कुछ सीटें तो ऐसी रही जहां उसे NOTA से भी कम वोट मिले...

मऊरानीपुर सीट
झांसी जिले की मऊरानीपुर सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी भगवान दास को महज 3323 वोट मिले हैं, जबकि इस सीट से लोगों ने NOTA पर 3471 वोट डाले हैं. यहां से बीजेपी की सहयोगी अपना दल-सोनेलाल की प्रत्याशी रश्मि आर्या ने जीत हासिल की है. वो 58,595 वोट की लीड के साथ जीती हैं. उन्हें कुल 1,43,577 वोट मिले हैं. जबकि सपा प्रत्याशी तिलक चंद्र अहिरवार को 84,982 वोट हासिल हुए हैं. बसपा के रोहित रतन 32,641 वोट के साथ इस सीट पर तीसरे नंबर पर हैं.

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बांदा सीट
कालिंजर के लिए पहचान रखने वाली बांदा सीट पर कांग्रेस के लक्ष्मीनारायण को महज 1894 वोट मिले, जबकि NOTA पर 1991 वोट पड़े हैं. यहां से बीजेपी के प्रकाश द्विवेदी ने 15,214 वोट से जीत हासिल की है. प्रकाश द्विवेदी को 81,557 वोट मिले. जबकि सपा की मंजुला सिंह को 66,343 वोट मिले हैं. इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के धीरज प्रकाश 38,284 वोट के साथ तीसरे नंबर पर हैं. 

बबेरू सीट 
बबेरू सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी गजेंद्र सिंह पटेल महज 2112 वोट हासिल कर सके, जबकि NOTA पर 3047 वोट डाले गए. इस सीट से सपा प्रत्याशी विशंभर सिंह यादव ने 7,393 वोट से जीत हासिल की है. विशंभर सिंह यादव को 79,614 वोट मिले हैं. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के अजय कुमार को 72,221 वोट मिले हैं. इस सीट पर बसपा प्रत्याशी रामसेवक शुक्ला 37,009 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रही है.

नरैनी सीट
नरैनी सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी पवन देवी महज 1806 वोट हासिल कर सकीं. जबकि NOTA पर 3,420 वोट पड़े. भाजपा के ओम्मानी वर्मा ने इस सीट पर 6,719 वोट से जीत हासिल कर ली है. उन्हें 83,263 वोट मिले हैं. जबकि 76,544 वोट के साथ सपा प्रत्याशी किरन वर्मा दूसरे स्थान पर रहे हैं. इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी गयाचरण दिनकर 36,871 वोट के साथ तीसरे नंबर हैं. 

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