
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल सक्रिय हो गए हैं. एक ओर बीजेपी के बड़े नेताओं की इस चुनाव पर नजर है, तो वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बंगाल के चुनावी रण के लिए तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव को लेकर आज कोलकाता में होने वाली ओवैसी की रैली को पुलिस ने अनुमति नहीं दी, जिसके चलते इस रैली को रद्द कर दिया गया है.
पुलिस ने नहीं दी अनुमति
कोलकाता में ओवैसी की रैली को लेकर एआईएमआईएम बंगला इकाई द्वारा तैयारियां जोरशोर से शुरू कर दी गईं थीं. मेतियाब्रुज इलाके में होने वाली इस रैली को पुलिस ने अनुमति नहीं दी, जिसके चलते पार्टी कार्यकर्ताओं की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया है. अब पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आज यहां नहीं आएंगे. वहीं ओवैसी की रैली रद्द होने से पार्टी कार्यकर्ता निराश हैं. हालांकि पार्टी कार्यकर्ता इसका सीधा आरोप टीएमसी नेताओं पर लगा रहे हैं.
पार्टियों ने लगाया एड़ी चोटी का जोर
बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए सभी दलों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है. बंगाल में बीजेपी के कई नेता डेरा डाले बैठे हैं. इस बीच बंगाल से राजनीतिक हिंसा की खबरें भी खूब आ रही हैं. मंगलवार रात पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के मकरमपुर क्षेत्र में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ था. फायरिंग में टीएमसी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी, जबकि बम ब्लास्ट में तीन अन्य कार्यकर्ता घायल हो गए थे. इस मामले में टीएमसी ने बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाया, वहीं बीजेपी नेताओं ने इस घटना के पीछे का कारण टीएमसी की आपसी कलह बताई थी.
वहीं बंगाल के उत्तर 24 परगना के कापा मोड़ पर बुधवार को परिवर्तन यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई. बताया गया है कि से भाजपा कार्यकर्ता 'परिवर्तन रैली' निकाल रहे थे. तभी पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की. पुलिस ने इस बाबत कुछ बैरिकेडिंग लगाई हुईं थीं लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने वे बैरिकेडिंग ही तोड़ डालीं.