
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पिछले साल चुनावी माहौल में दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया था. विधानसभा चुनाव बीत गए और बीजेपी को मात मिली. इस साल कोई चुनाव भी नहीं है और नवरात्रि शुरु होने के बाद तक भी पार्टी ने दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले थे. इसकी वजह से बीजेपी दुर्गा पूजा का आयोजन करेगी या नहीं, इसे लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई थी.
अनिश्चितताओं के बीच फंसी बीजेपी ने आखिरकार दुर्गा पूजा आयोजित करने का ऐलान कर दिया है. बंगाल बीजेपी की ओर से इस साल एक बार फिर से संस्कृति मंत्रालय की ओर से संचालित ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर में दुर्गा पूजा का आयोजन होगा. इसके लिए बंगाल बीजेपी की ओर से बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाए गए हैं.
बीजेपी की ओर से दुर्गा पूजा के लिए भेजे गए कार्ड पर लिखा है कि बीजेपी परिवार सभी को पूजा के लिए आमंत्रित करता है. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबुल सुप्रियो के साथ दुर्गा पूजा का शुभारंभ किया था. तब बाबुल सुप्रियो केंद्र सरकार में मंत्री भी थे. पूरे बंगाल से बीजेपी के नेता इस आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
हालांकि, तब बंगाल पर चुनावी रंग चढ़ रहा था. इस साल बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि इस तरह की पूजा का आयोजन करना किसी राजनीतिक दल का काम नहीं है. गौर करने वाली बात ये है कि पिछले साल जब बीजेपी ने ये आयोजन किया तब प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ही थे.
बदल चुके हैं हालात
पिछले साल की तुलना में इस बार बीजेपी के लिए हालात काफी बदल चुके हैं. पिछले साल की दुर्गा पूजा में साब्यसाची दत्ता ने अहम भूमिका निभाई थी. साब्यसाची दत्ता अब बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में जा चुके हैं. बीजेपी छोड़ने के बाद उन्होंने भी कहा था कि पार्टी ने पिछले साल पूजा केवल विधानसभा चुनाव के कारण एक नौटंकी के रूप में की थी.